यूपी: फर्जी कॉल सेंटर गिरोह का हुआ पर्दाफाश, विश्वविद्यालय का छात्र नेता भी हुआ गिरफ्तार
इलाहाबाद। लखनऊ की साइबर क्राइम सेल ने फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले और लोगों के करोड़ों रुपए गबन करने वाले एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व महामंत्री अर्पित सिंह को भी साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। इस खुलासे पर लखनऊ पुलिस ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 30 हजार रुपये नगद इनाम देने की घोषणा की है।
फर्जी
खातों
में
जमा
कराते
थे
रुपये
लखनऊ
पुलिस
ने
एक
ऐसे
अंतर्जनपदीय
गिरोह
का
पर्दाफाश
किया
है
जो
लखनऊ
के
मड़ियांव
थाना
क्षेत्र
में
कॉल
सेंटर
चलाकर
लोगों
को
अपना
निशाना
बनाता
था।
पूरे
मामले
की
जानकारी
देते
हुए
लखनऊ
एसएसपी
कलानिधि
नैथानी
ने
बताया
कि
लोगों
के
मोबाइल
नंबरों
का
डाटा
जमा
कराकर
कॉल
सेंटर
में
काम
कर
रहे
गिरोह
के
लोगों
के
माध्यम
से
फोन
किया
जाता
था
और
लोगों
से
लोन,
बीमा
समेत
दूसरे
प्रोडक्ट
खरीदने
के
लिए
कहा
जाता
था।
जो
लोग
गिरोह
के
झांसे
में
आ
जाते
थे।
उनसे
फर्जी
खातों
में
पैसे
जमा
करा
लिए
जाते
थे।
इसके लिए गिरोह ने बकायदा एक वेबसाइट www.online.citibank.co.in भी तैयार की थी। जिसके माध्यम से लोगों को लोन, बीमा जैसे प्रोडक्ट सेल किया जाता था।
ये
हैं
आरोपी
एसएसपी
ने
बताया
फ्रॉड
करने
के
बाद
पुरानी
इस्तेमाल
SIM
को
बंद
कर
दिया
जाता
था
और
फिर
नए
शिकार
की
तलाश
की
जाती
थी।
गिरोह
के
लोगों
के
खिलाफ
पहले
से
ही
राजस्थान
और
पश्चिम
बंगाल
में
मामले
दर्ज
हैं।
गिरफ्तार
आरोपियों
के
नाम
गौरव
सिंह
निवासी
आजमगढ़,
अर्पित
सिंह
निवासी
सुल्तानपुर,
अतुल
सिंह
निवासी
सुल्तानपुर,
और
सूरज
सोनी
निवासी
लखनऊ
हैं।
गिरोह
से
पुलिस
को
कई
बंडल
मोबाइल
नंबरों
का
डाटा
और
बड़ी
तादाद
में
फर्जी
आधार
और
पैन
कार्ड
बरामद
हुए
हैं।
लखनऊ
पुलिस
गिरोह
के
लोगों
कि
मदद
करने
वाले
मोबाइल
और
बैंक
कर्मचारियों
की
की
भी
पहचान
करने
में
लगी
है।