कानपुर: अपनी इस विशेष मांग को लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने किया अनोखा प्रदर्शन
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर दयानन्द एंग्लो वैदिक कालेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अर्ध नंग्न प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन कर रहे नेताओं का कहना है कि अगर पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गयी तो संसद से लेकर राज्यसभा तक का घेराव किया जायेगा।
पुरानी पेंशन बहाली में अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई और सुनवाई न होने को लेकर कर्मचारियों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। कर्मचारी कॉलेजों और अन्य विभागों में कार्य का बहिष्कार कर पिछले दो दिनों से जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका यह प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। डीएवी कॉलेज एवं छात्रावास समिति के सैकड़ों कर्मचारियों ने सड़कों पर उतरकर अर्धनग्न अवस्था में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं, डीजी गर्ल्स कॉलेज के भी कर्मचारियों ने रोड जामकर सड़कों पर बैठकर अपना विरोध जताया। इस दौरान वहां जाम लग गया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद् के नेतृत्व में शुरू किया गया पेंशन बहाली के आंदोलन में कानपुर के कर्मचारी भी कूद पड़े है। कानपुर के दयानन्द एंग्लो वैदिक कालेज के कर्मचारियों ने पेंशन बहाली को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया। कालेज के सभी कर्मचारी अर्धनग्न होकर कालेज परिसर में घूम घूम कर सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शन कर रहे नेताओं का कहना है कि 2004-05 में केंद्र व प्रदेश सरकार ने पेंशन पर रोक लगाई थी। प्रदर्शन कर रहे लोगो की मांग है की सरकार पेंशन बहाली करे नहीं तो संसद से लेकर राज्यसभा तक का घेराव किया जाएगा | नेताओ ने सरकार से मांग की है कि सांसद और विधायकों को पेंशन दी जाती है उसको बंद किया जाए। अगर सरकार ने कर्मचारियों की पेंशन बहाल नहीं किया तो सड़को पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।
डीएवी कॉलेज कर्मचारी संघ के महामंत्री हरगोविंद सिंह यादव ने बताया कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक हम इसी तरीके से प्रदर्शन करते रहेंगे। हम इसके लिए आगे भूख हड़ताल भी कर सकते हैं। आज जिस तरह से कर्मचारियों के पेट पर सरकार लात मार रही है, ये हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। वहीं, डीजी गर्ल्स पीजी कॉलेज शिक्षणेत्तर कर्मचारी इकाई संघ ने भी जमकर सरकार के खिलाफ सड़कों पर बैठकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया।
इकाई संघ के महामंत्री रमेश यादव ने बताया कि जिस तरह से सरकार ने हम सभी कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है और पुरानी पेंशन बहाली की अब तक कोई सुनवाई नहीं कर रही है। हम सभी को सरकार की इन नीतियों से गहरा आघात लगा है, जिसे हम सभी बर्दाश्त नहीं कर सकते। आज हमने रोड जामकर सरकार को चेतावनी दी है कि यदि हमारी मांग न पूरी हुई तो आगे इससे बड़े आंदोलन होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।