सपा सरकार में टॉपर की डिग्री दिखाकर चारों बन गए टीचर, अब योगीराज के सत्यापन में बर्खास्त
ऐसे में उन आरोपों को पूरी तरह से बल मिलता है जो टीचर वैकेंसी में हुई धांधली को लेकर उठते रहे हैं। फिलहाल चारों की डिग्री फर्जी मिलने पर इन्हें निलंबित कर दिया गया है और इन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है।
इलाहाबाद। सपा सरकार में हुई टीचर भर्ती में धांधली का सच सामने आने लगा है। यूपी के प्रतापगढ़ में फर्जी प्रमाणपत्र से टीचर बनने वाले चार टीचरों को बर्खास्त कर दिया गया है। बामुश्किल हाईस्कूल व इंटर पास करने वाले चार शातिरों ने शिक्षा माफिया के सहारे ऐसा खेल रचाया की उनके मायाजाल में अधिकारी भी गच्चा खा गए। यूपी के प्रतापगढ़ में चार लोगों ने टॉपर की डिग्री बनवा ली और फिर उसी के सहारे प्राइमरी स्कूल टीचर की नौकरी भी हथिया ली। चारों को पोस्टिंग मिल गई और वो पढ़ाने भी लगे और तो और तनख्वाह भी मिलने लगी। लेकिन जब प्रमाणपत्रों का विभागीय सत्यापन शुरू हुआ तो अधिकारियों के होश उड़ गए।
चारों की डिग्री फर्जी मिलने पर तत्काल प्रभाव ने उन्हें निलंबित कर दिया है और अब उनके विरुद्ध मुकदमा भी लिखाने की कार्रवाई हो रही है। ऐसे में उन आरोपों को पूरी तरह से बल मिलता है जो टीचर वैकेंसी में हुई धांधली को लेकर उठते रहे हैं। योगी सरकार आने के बाद अब सख्ती के आदेश हैं। ऐसे में कई और ऐसे मायाजाल खुलने तय माने जा रहे हैं।
16 हजार 448 पदों पर हुई थी भर्ती
सपा सरकार में शिक्षकों की बंपर वैकेंसी आई थी। 16 हजार 448 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई और युवाओं को रोजगार मिला लेकिन अब भर्ती में हुई धांधली का मामला खुलने लगा है। जिसमें प्रतापगढ़ के चार शिक्षकों को फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र इस्तेमाल करने पर बर्खास्त कर दिया गया है। मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया की शिक्षक की नौकरी पाने वालों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन का कार्य चल रहा है। चार के फर्जी प्रमाणपत्र मिलने पर उन्हे बर्खास्त कर दिया गया है। दोषियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज होगा।
जाकिरा के 254 थे नंबर दिखाए 513
पहली बर्खास्तगी जाकिरा बानो की हुई। जाकिरा को हाईस्कूल में 254 नंबर मिले थे लेकिन नौकरी के लिए इस्तेमाल किए सर्टीफिकेट में 513 नंबर दर्ज थे। जबकि इंटरमीडिएट में 272 अंक की जगह 413 अंक लिखे सर्टिफिकेट लगाए गए थे। जाकिरा ने अंकों के मुताबिक अपना स्कूल टॉप किया था। जाकिरा को नौकरी मिली तो उन्हें बाबा बेलखरनाथ के मनैतापुर प्राथमिक विद्यालय में तैनाती दी गई। अब शैक्षिक योग्यता के सत्यापन में जाकिरा फंस गई और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।
दूसरी बर्खास्तगी संजीव की हुई है
प्रतापगढ़ के रामपुर संग्रामगढ़ का एक गांव है पूरे विश्राम। यहां के प्राथमिक विद्यालय में टीचर बनकर आए संजीव कुमार को भी बर्खास्त कर दिया गया है। विभागीय सत्यापन में पता चला की संजीव को इंटरमीडिएट में 621 नंबर मिले थे लेकिन उसने फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया जिसमें उसके नंबर 731 थे।
तीसरी बर्खास्तगी में सुषमा आउट
फर्जी सर्टीफिकेट इस्तेमाल करने में तीसरी बर्खास्तगी सुषमा वर्मा की हुई। सुषमा ने अपने इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाणपत्र में 279 के स्थान पर 370 नंबर दर्शाए थे। मंगरौरा के नारायणपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात सुषमा का भी सत्यापन में राज खुला तो उसे भी बर्खास्त कर दिया गया है।
चौथी बर्खास्ती में रमीज, मिले थे 240 नंबर दिखाए 531
प्रतापगढ़ के चांदपुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात रमीज खान को भी सत्यापन में पकड़ा गया है। रमीज ने फर्जीवाड़ा करते हुए इंटरमीडिएट सर्टिफिकेट में 240 के स्थान पर 531 नंबर दर्शा दिए और नौकरी हासिल कर ली लेकिन अब रमीज को भी बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है।
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