हारे विधायकों के घरों में लगा मोदी मैजिक का ताला
यूपी में सपा की हार के बाद विधायकों औऱ मंत्रियों ने शुरु किया अपना सरकारी आवास खाली करना, सरकारी आवास में लगा मोदी मैजिक का ताला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव परिणाम आने के बाद पूर्व विधायकों ने अपने सरकार आवास को खाली करना शुरु कर दिया है। सपा के कई विधायकों ने सरकारी आवास पर अपना बोरिया-बिस्तर समेटना शुरु कर दिया है। सपा के पूर्व विधायक रविदास मेहरोत्रा ने अपना भी अपना सामान बांधना शुरु कर दिया है और वह सरकार आवास को खाली कर रहे हैं।
19 मार्च को नई सरकार का गठन
तमाम वो विधायक जो इस बार चुनाव हार चुके हैं और उन्होंने अखिलेश सरकार में मंत्री पद संभाला वह अपने घर खाली कर रहे हैं। अखिलेश सरकार में मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा ने अपना सरकार आवास खाली कर रहे हैं। लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि सरकारी आवास खाली होने के बाद इसमे जो ताला लगाया गया है वह चर्चा का विषय बन गया है। आपको बता दें कि यूपी में नई सरकार का गठन 19 मार्च को होना है जिसके बाद नए विधायकों औऱ मंत्रियों को उनको नए आवास आवंटित किए जाएंगे।
हार पर नमक
दरअसल पूर्व मंत्री अपना घर खाली कर रहे हैं, उसके बाद उनके आवास पर जो ताला लगाया जा रहा है उसपर मोदी मैजिक लिखा है, बहरहाल ये ताले भाजपा समर्थकों के चेहरे पर जरूर मुस्कान ला सकते हैं ,लेकिन इन तालों पर लिखा मोदी मैजिक हारने वाले विधायकों की मायूसी की एक बड़ी वजह जरूर है। इस चुनाव में सपा को काफी बुरी हार का सामना करना पड़ा है, ऐसे में इस तरह के ताले निसंदेह की इन नेताओं के जख्मों पर मिर्च छिड़कने का काम कर रहे हैं।
सपा को यूपी में मिली सिर्फ 47 सीटें
आपको बता दें कि यूपी में इस बार समाजवादी पार्टी को महज 47 सीटें हासिल हुई है, तमाम सपा के विधायक अपना चुनाव हार गए, इसमें कई ऐसे नेता भी शामिल हैं जो सरकार में मंत्री थे, जिसमें रविदास मेहरोत्रा, अभिषेक मिश्रा, अरविंद सिंह गोप, नारद राय समेत कई नेता शामिल हैं। इसमें खास बात यह है कि लखनऊ की 9 सीटों में से सपा को महज एक सीट हासिल हुई, जबकि 8 सीटों पर सपा के उम्मीदवार चुनाव हार गए।
ईवीएम पर फोड़ा हार का ठीकरा
यूपी में सपा की शर्मनाक हार के बाद अभी तक पार्टी के किसी भी नेता ने हार की जिम्मेदारी नहीं ली है, गुरुवार को लखनऊ में सपा के नेताओं के साथ बैठक में 104 दिनों बाद अखिलेश यादव और शिवपाल यादव एक साथ दिखे, सूत्रों की मानें तो इस बैठक में हार की अहव वजह के तौर पर ईवीएम मशीन को जिम्मेदार ठहराया गया। ईवीएम मशीनों के अलावा इस बैठक में हार का ठीकरा मीडिया पर भी फोड़ा गया, बैठक में नेताओं ने आरोप लगाया कि मीडिया ने भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया जिसका सपा को नुकसान उठाना पड़ा।