पहली बार सरस्वती पूजा के साथ हुई लखनऊ विश्वविद्याल के नए सत्र की शुरुआत
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में नए सत्र की शुरुआत सरस्वती पूजा के साथ शुरू हुई है। ऐसा पहली बार है जब लखनऊ विश्वविद्यालय का सत्र सरस्वती पूजन के साथ हुआ। इसके लिए बकायदा विश्वविद्यालय के गेट नंबर 1 पर सरस्वती वाटिका पर पूजा अर्चना की गई। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि हम अकेले नहीं है इसके अलावा भी तमाम विश्वविद्यालय और संस्थान की शुरुआत सरस्वती पूजा के साथ होती है, यह एक अच्छी शुरुआत के लिए किया जाता है। सरस्वती पूजन में विश्वविद्लाय प्रशासन के तमाम अधिकारियों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया था।
प्रशासन की ओर से लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज का उदाहरण देते हुआ कहा गया कि यहां चर्च में प्रार्थना के साथ सत्र की शुरुआत की जाती है, यहां भी इसी तरह की परंपरा का पालन किया जाता है। एलयू के वीसी एसपी सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि अच्छी शुरुआत के लिए प्रार्थना करना गलत है, सरस्वती ज्ञान की देवी हैं और विश्वविद्यालय ऐसी जगह है जहां छात्र सीखते हैं और उनके भीतर ज्ञान का प्रवाह होता है।
वीसी ने बताया कि हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सरस्वती पूजा में सभी को शामिल होने के लिए अनिवार्य नहीं किया था, लेकिन सभी फैकल्टी के सदस्यों को इसमे आने का निमंत्रण दिया गया था। जब वीसी से पूछा गया है क्या यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं था तो उन्होंने कहा कि प्रार्थना को धर्म से जोड़ना समाज को बांटने की तरह है, इसे किसी भी स्वरूप में किया जा सकता है। हर किसी को यहां शामिल होने के लिए कहा गया था और वह जिस भी तरह से चाहे अपनी प्रार्थना कर सकते हैं।