यूपी: पीएम मोदी की रैली में उतरवाए गए मुस्लिम महिलाओं के बुरखे, महिलाओं ने कहा हम बाहर से ही सुनेंगे भाषण
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर बनारस गए हुए हैं। इस दौरान पूरे वाराणसी को भगवा रंग और भाजपा के झंडों से सजा दिया गया। नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीएचयू में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान इस रैली में मुस्लिम महिलाओं को प्रवेश नहीं दिया गया। जिस कारण मुस्लिम महिलाओं में इसे लेकर नाराजगी देखी गई। बावजूद इसके महिलाओं तथा भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के लोगों ने इसका विरोध नहीं किया। उनका कहना था कि कोई बात नहीं जो प्रवेश नहीं मिला। इस रैली को हम बाहर से ही सुनेंगे क्या फर्क पड़ता है अंदर हो या बाहर।
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आखिर क्यों नाराज हो गई मुस्लिम महिलाएं
मुस्लिम धर्म में बुरखे का रिवाज है जो उनकी औरते आमूमन पहनती हैं। लेकिन प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिहाज और सभा में किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन ना हो इसके लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हुए थे। इस रैली में प्रवेश पाने वालों के पास काले रंग का कुछ भी सामान नहीं होना चाहिए। काले रंग का कुछ भी समान इस सभा में ना जाए इसलिए अधिकारियों ने महिलाओं से बुरखा उतारकर अंदर जाने को कहा। जिसपर कुछ मुस्लिम महिलाएं बुरखा उतार कर अंदर गईं। महिलाओं का कहना था कि उन्हें इस बारे में कुछ भी नहीं पता था। कुछ मुस्लिम महिलाओं को अंदर प्रवेश ना मिलने की वजह से उनमे इस बात का गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता है।
सुरक्षा व्यवस्था है जबरदस्त
इस रैली में करीब 60 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई। वहीं सभी एंट्री प्वाइंट पर तीन घेरों में रैली में आने वालों लोगों को सघन तलाशी से होकर गुजरना पड़ा। यही नहीं सूत्रों की माने तो अब तक की सभी रैलियों से ज्यादा कड़े इंतेजामात इस रैली को लेकर किए गए हैं। यही नहीं पीएम की रैली को ध्यान में रखते हुए सभा स्थल के अंदर किसी भी तरीके के काले कपड़े को ले जाने की मनाही है।
सुरक्षा कारणों से एंट्री नहीं तो क्या हुआ बाहर से सुनेंगे भाषण
पीएम मोदी ने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन बीएचयू के एमपी थियेटर मैदान में विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। काले कपड़े को लेकर तो प्रशासन सख्त थी ही लेकिन इसी में कुछ लोग ऐसे थे जो पुलिस की नजरों से बचते हुए काले बैग लेकर सभा में प्रवेश कर गए। इसके अलावा पेन, पानी के बोतल झोले सुरक्षा कारण से बाहर ही रखवा दिए गए थे। यही वजह है कि भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के लोग जो अपना बुरखा नहीं उतार रहे थे उन्हें अंदर नही जाने दिया गया। प्रवेश ना मिलने के बावजूद महिलाओं ने कहा कि हमे अंदर जाने को नहीं मिला लेकिन अब हम बाहर से ही पीएम का भाषण सुनेंगे।