इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रैगिंग के आरोप में बीटेक के 5 छात्र निलंबित, प्रशासन ने मांगा जवाब
इलाहाबाद। इलाहाबाद के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में छात्रों से रैंगिंग का मामला अभी सुर्खियों में छाया ही था कि अब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी भी रैंगिंग की चपेट में आ गया है। हालांकि इस बार कॉलेज प्रशासन की ओर से मामले को छिपाने के बजाय एक्शन शुरू हो गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए रैंगिंग करने वाले 5 छात्रों को निलंबित कर दिया है। सभी निलंबित छात्र बीटेक के स्टूडेंट्स हैं। आरोपित छात्रों को उन्हें अपने अभिभावक के साथ कार्यालय पर बुलाया गया है। पांचो छात्रों को जारी नोटिस में उनके द्वारा की गई रैंगिंग के सापेक्ष उनका पक्ष रखने को कहा गया है और यह स्पष्ट किया गया है कि अगर आरोप उन पर साबित होते हैं तो उन्हें यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया जाएगा।
क्या है मामला
केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद में यह कोई पहली बार घटना नहीं है जब रैंगिंग का मामला सुर्खियों में आया है। इससे पहले भी दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं जिस पर कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्यवाही भी की है। हालांकि इस बार यूनिवर्सिटी में जूनियर छात्रों से हुई रैंगिंग की शिकायत गुपचुप तरीके से कुलानुशासक तक पहुंची थी और आंतरिक जांच के बाद अब कार्रवाई शुरू हुई है।
इस बाबत जानकारी देते हुए प्रॉक्टर प्रोफेसर रामसेवक दुबे ने बताया कि रैंगिंग करने वाले पांचों अंत: वासी सर्वपल्ली राधाकृष्णन छात्रावास के हैं। यह यूनिवर्सिटी के जेके इंस्टीट्यूट के बीटेक के छात्र हैं। इनमें अनुराग, अनुराग मिश्र, मानवेंद्र राय, आशीष कटारिया और सिद्धांत कुमार शामिल हैं। इन सभी को निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अगर इन पर आरोप साबित होते हैं तो इन सभी को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया जाएगा।
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