भारत में पहली बार टेस्ट ट्यूब बेबी को जन्म देगी गाय, इतना मिलेगा दूध
लखनऊ। समय-समय पर विज्ञान ने भविष्य के लिए नई राहें खोली हैं। इस बार विज्ञान का चमत्कार दिखने वाला है पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में। भारत में पहली बार टेस्ट ट्यूब बेबी को गाय जन्म देगी। जी हां, यह खबर बेहद हैरान कर देने वाली है, लेकिन यह सच है। परख नली से गाय के भ्रण बनाने के लिए यूपी के बाराबंकी जिले में चक गंजरिया निबलेट फार्म में शोध शुरू हो गया है। जिसे बाद में पूरे देश में लागू किया जाएगा।
देश
के
नौ
राज्यों
में
होगा
टेस्ट
ट्यूब
बेबी
का
जन्म
उत्तर
प्रदेश
के
बाराबंकी
जिले
के
साथ-साथ
महाराष्ट्र,
मध्यप्रदेश,
आंध्र
प्रदेश,
हिमाचल
प्रदेश,
तमिलनाडु,
उत्तरांचल,
पंजाब
में
भी
टेस्ट
ट्यूब
बेबी
का
जन्म
कराया
जाएगा।
करीब
पांच
साल
से
देश
के
नौ
राज्यों
में
चल
रहे
भ्रूण
प्रत्यारोपण
की
तकनीक
को
और
हाईटेक
बनाने
का
कार्य
किया
जा
रहा
है।
दूध
देने
की
क्षमता
और
गुणवत्ता
में
होगी
बढ़ोतरी
जानकारी
के
मुताबिक,
इस
प्रयोग
से
जन्मी
बछिया
की
दूध
देने
की
क्षमता
और
दूध
की
गुणवत्ता
बढ़ेगी
और
देसी
नस्ल
में
भी
बदलाव
आएगा।
रिसर्च
करने
वाले
पशु
चिकित्सक
के
अनुसार,
इस
शोध
में
अब
अच्छी
किस्म
की
गाय
के
हार्मोन्स
के
जरिए
15
से
16
भ्रूण
तैयार
किए
जाएंगे।
जिन्हें
एक
परख
नली
में
रखकर
लैब
में
रखा
जाएगा
और
भ्रूण
को
कृत्रिम
तापमान
से
सात
दिन
तक
विकसित
किया
जाएगा।
इसके
बाद
उन्हें
कम
दूध
देने
वाली
गायों
में
प्रत्यारोपित
किया
जाएगा।
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प्रयोगशाला
में
ही
'टेस्ट
ट्यूब
काऊ
बेबी'
होगा
जन्म
केन्द्र
सरकार
पहली
बार
भ्रूण
प्रत्यारोपण
करने
वाले
राज्यों
की
प्रयोगशाला
में
ही
टेस्ट
ट्यूब
काऊ
बेबी
का
जन्म
कराने
जा
रही
है।
पशु
विशेषज्ञ
ने
बताया
कि
सर्वाधिक
दूध
देने
वाली
देसी
नस्ल
की
गायों
को
मंगवाया
जाएगा।
फिर
गाय
के
गर्भ
से
अंडे
निकालकर
लैब
मे
24
घंटों
तक
विकसित
किए
जाएंगे।
इसके
बाद
अच्छी
गुणवत्ता
वाले
सांड
के
सीमेन
से
परखनली
में
डाल
दिया
जाएगा
और
फिर
अंडों
को
परखनली
में
रखकर
सात
दिनों
तक
विकसित
किया
जाएगा।
चार
से
पांच
भ्रूण
को
परखनली
में
तैयार
करके
ऐसी
गायों
में
प्रत्यारोपित
किया
जाएगा,
जो
कम
दूध
दे
रही
हैं।
ऐसी
तकनीक
के
माध्यम
से
जन्म
लेने
वाले
बछड़े
व
बछिया
को
टेस्ट
ट्यूब
बेबी
कहा
जाता
है।