यमुना एक्सप्रेस वे पर 1000 एकड़ में बनेगी फिल्म सिटी, सीएम योगी ने बताया कैसा होगा सबकुछ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा में नई फिल्म सिटी बनाने का ऐलान किया। इस फिल्म सिटी के निर्माण के लिए 1000 एकड़ जमीन दी जाएगी। इस फिल्म सिटी का निर्माण यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह भारत की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी। सीएम योगी की इस घोषणा से उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बहुत बढ़ावा मिलेगा साथ ही लाखों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
सीएम योगी ने बताया, 'भारत का नाम भारत शकुंतला पुत्र भरत के नाम पर पड़ा। उसी हस्तिनापुर के आस-पास के क्षेत्र में हम फिल्म सिटी प्रस्तावित कर रहे हैं। गंगा और यमुना के बीच का भूभाग है। यमुना एक्सप्रेस वे जो दिल्ली को आगरा से जोड़ने आ रहा है उसके बीच में ये सारा क्षेत्र पड़ता है।' सीएम योगी ने कहा, 'यह सिर्फ फिल्म सिटी तक सीमित नहीं रहेगा हम वहां वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक सिटी भी देने जा रहे हैं और एक वर्ल्ड क्लास फाइनेंशियल सिटी भी हम वहीं प्रपोज करने जा रहे हैं जो वहां से हर आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों का संचालन कर सके। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने 18 सितंबर को फिल्म सिटी बनाने का ऐलान किया था।
कैसी होगी फिल्म सिटी
उत्तर प्रदेश फिल्म पॉलिसी 2018 के मुताबिक सरकार फिल्म सिटी की स्थापना में जमीन उपलब्ध कराकर मदद करेगी। साथ ही सही इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में मदद करेगी। पॉलिसी फिल्म सिटी में इसका खुद का पुलिस स्टेशन और एक अलग विंग बनाया जाएगा जो फिल्म सिटी की सुरक्षा इनश्योर करेगा। इसका खुद का फायर स्टेशन भी होगा। फिल्म सिटी 2023 तक तैयार हो जाएगी। लोकेशन फिल्म इंडस्ट्री के द्वारा फाइनल कर दी गई है। एक्सप्रेस वे, सेक्टर 29 में ये करीब 1000 एकड़ की जमीन है। इंडस्ट्रियल एरिया जिसमें स्टूडियो और सेट शामिल होंगे करीब 780 एकड़ में फैला होगा और बाकी का 220 एकड़ कॉमर्शियल पर्पस से इस्तेमाल किया जाएगा।
पहले जोन में एंट्रेंस ऑफिस, पावर स्टेशन, तीन पांच सितारा होटल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स होगा। वही दूसरे जोन में फूड कोर्ट, आउटडोर राइड्स, इनडोर राइड्स, आउटडोर लोकेशन वगैरह होंगे। तीसरे जोन में एक विलेज और बंग्लो होगा। जबकि चौथे जोन में क्लब हाउस, एयरपोर्ट ऑफिस, वेयर हाउस, फ्यूल हाउस वगैरह होंगे। स्टूडियोज में स्टेट ऑफ आर्ट फैसिलिटी, ग्रीन स्क्रीन हॉल्स, वीडियो एडिटिंग रूम, साउंड मिक्सिंग रूम, रिकॉर्डिंग स्टूडियो रोम, ब्लू स्क्रीन हॉल और एक वर्क स्टेशन होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया है जिसके अनुसार, "प्रस्तावित जमीन नई दिल्ली से महज एक घंटे की दूरी पर है और जेवर में प्रस्तावित किए गए इंटरनेशनल हवाई अड्डे से काफी ज्यादा नजदीक है। ये एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट होगा।"
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