यूपी के मेरठ में 1500 लोगों ने एक साथ करवाया अपना धर्म परिवर्तन, हिंदू से बने बौद्ध
यूपी। यूपी के मेरठ स्थित सुभारती विश्वविद्यालय में धर्मांतरण का एक बड़ा आयोजन किया गया। इस आयोजन में हजारों लोगों ने हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म को अपना लिया। कार्यक्रम का आयोजन सुभारती विश्वविद्यालय के सर्वेसर्वा डॉ0 अतुल कृष्ण ने कराया था। हजारों लोगों ने बुधवार को डॉक्टर अतुल कृष्ण और उनके परिवार के नेतृत्व में हिंदू धर्म से खुद को अलग कर लिया। इस मामले में डॉ. अतुल कृष्ण का कहना है कि पिछड़े तबके को लोगों पर जुल्म ही धर्म परिवर्तन का मुख्य कारण हैं। सरकार इतनी बड़ी संख्या में किए गए धर्म परिवर्तन को देख शायद कुछ सोचने पर मजबूर होगी।
हजारों की संख्या में पहुंची भीड़
सुभारती विश्वविद्यालय के बौद्ध उपवन में बुधवार की सुबह से ही मेरठ और आसपास के जिलों से हजारों लोगों का तांता लगना शुरू हो गया था। हिंदू धर्म से ताल्लुक रखने वाले यह लोग यहां पर अपने धर्म परिवर्तन के लिए आए थे। सुभारती विश्वविद्यालय के सर्वेसर्वा डॉक्टर अतुल कृष्ण ने कई महीने पहले धर्मांतरण का यह अभियान छेड़ा था।
विश्वविद्यालय के संचालक ने भी ग्रहण किया बौद्ध धर्म
बुधवार की सुबह डेढ़ हजार से ज्यादा लोग बौद्ध धम्म दीक्षा कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने बौद्ध भिक्षुओं की मौजूदगी में हिंदू धर्म से रिश्ते तोड़ लिए। इस दौरान सुभारती विश्वविद्यालय के संचालक डॉक्टर अतुल कृष्ण और उनके परिवार ने भी बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया।
विदेशी से मिलती है आर्थिक मदद
डॉ. अतुल कृष्ण ने हाल ही में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर स्कूल ऑफ बुद्धिज्म स्टडी शुरू किया है। दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के मेल-मिलाप से चलने वाले इस स्कूल के लिए विदेशों से आर्थिक मदद मिलने की भी चर्चाएं भी होती रहती हैं।
सरकार को इस बारे में सोचने की जरूरत
इस आयोजन में धर्मांतरण अनुष्ठान का नेतृत्व करने वाले बौद्ध भिक्षु डॉ. चंद्रकीर्ति की मानें तो पिछले दिनों अनुसूचित जाति के दबे कुचले लोगों पर जो अत्याचार हुए यह धर्मांतरण उसी का परिणाम है। उनका मानना है कि इतनी बड़ी तादात में हिंदुओं के धर्मांतरण के बाद सरकार पर भी इसका असर पड़ेगा और सरकार सोचने को मजबूर होगी।