UP; BJP-PM मोदी को सता रहा 2024 चुनाव में एंटी इनकंबेंसी का डर ?, जानिए "हाइप्रोफाइल डिनर" की 5 बड़ी बातें
लखनऊ, 17 मई : उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत के दो महीने बाद पीएम मोदी दूसरी बार सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर डिनर करने पहुंचे। इससे पहले वह पहली बार 2017 में तब आए थे जब लंबे समय के बनवास के बाद यूपी में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई थी। मोदी का सीएम के आवास में करीब चार घंटे तक रुकना अपने आप में इस बात का प्रमाण है कि वह अपने तीसरे कार्यकाल या यूं कहें कि 2024 में होने वाले अगले आम चुनाव को लेकर कितने फिक्रमंद हैं। सूत्रों के मुताबिक मंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान मोदी ने साफतौर पर कहा कि 2014 के चुनाव और 2024 के चुनाव में काफी अंतर है। यह चुनाव अपने कामों की प्रमाणिकता को साबित करने वाला है क्योंकि लंबे समय तक सरकार में रहने से आपके खिलाफ एंटी इनकंबेंसी भी हावी होती है और इस बात को लेकर हमेशा सतर्क रहना होगा।
2024 के लिहाज से पीएम का डिनर अहम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को लखनऊ में योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के साथ रात्रिभोज पर रुकना महज संयोग नहीं था। मोदी हर काम को बखूबी अंजाम देते है। योगी के पहले कार्यकाल में भी पीएम मोदी ने पांच कॉलीदास मार्ग पर आकर मंत्रियों के साथ डिनर किया था। नेपाल से दिल्ली वापस जाते समय, प्रधानमंत्री लखनऊ में उतरे और मुख्यमंत्री के आवास का दौरा किया। यहां मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया गया था। सूत्रों ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पीएम का यह दौरा काफी अहम था।
सरकार के कामों को जनता को बताने की जरूरत
राज्य के मंत्री ने बताया कि, "पहले कार्यकाल में, भाजपा सरकार पिछली समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के शासन को दोष देती रही। पार्टी ने सब कुछ क्रम में रखने के लिए दूसरा कार्यकाल मांगा था। लेकिन मोदी जी ने कहा कि अब सरकार को अपने कामों का प्रदर्शन करना होगा, खासकर रोजगार के मोर्चे पर। 37 साल में पहली बार यूपी में किसी पार्टी को लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत मिला है। मोदी जी के पास गुजरात में लगातार सरकार चलाने का अनुभव रहा है। आठ साल से वो देश के पीएम हैं। ऐसी में उनकी बातें काफी रोचक थीं।"
चुनावों में सीटों की घटती संख्या को लेकर किया सतर्क
बकौल मंत्री, ''नेताओं के एक वर्ग के बीच एक और चिंता लोकसभा और विधानसभा चुनावों में राज्य में सीटों की घटती संख्या को लेकर भी था। 2019 की तुलना में 2024 में एंटी-इनकंबेंसी अधिक मजबूत हो सकती है। इसका जिक्र भी पीएम के साथ बैठक के दौरान हुआ। ऐसे में मोदी जी ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारों के लिए यह आवश्यक है कि वे योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम करें और समयबद्ध तरीके से उसका निपटारा करें। इसके लिए राज्य सरकार के सभी मंत्रालयों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है। इस पर पीएम ने अपने सुझाव भी दिए। "
राज्यसभा चुनाव को लेकर नहीं हुई कोई चर्चा
दरसअसल पीएम मोदी खुद वाराणसी से सांसद हैं। यूपी में हाल ही में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव 2024 के संसदीय चुनावों की नींव रखेंगे। साथ ही ऐसा माना जा रहा था कि आगामी राज्यसभा चुनाव पीएम की सीएम और उनके कैबिनेट के साथ बैठक के दौरान चर्चा का एक और बिंदु हो सकता है। राज्य की 11 राज्यसभा सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होने हैं, भाजपा को 2024 के चुनावों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों को चुनना है। इसको लेकर हालांकि बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई।
मोदी ने योगी के मंत्रियों के मंडल दौरे का फीडबैक लिया
एक मंत्री ने कहा, 'सभी वरिष्ठ मंत्रियों ने दूसरे कार्यकाल में कम से कम दो बार अलग-अलग जिलों का दौरा किया था। उन्होंने जनता, पार्टी कैडर और आरएसएस की शाखाओं के साथ बातचीत की था। पीएम कुछ मंत्रियों से सरकार के बारे में जमीन पर मिले फीडबैक के बारे में पूछा और आगे काम करने को लेकर भी नसीहत दी। मोदी ने योगी सरकार के इस कदम की काफी सराहना भी की है कि सभी 18 मंडलों में अलग अलग समूह बनाकर मंत्री जनता के द्वार जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से छोटी छोटी चीजों को एड्रेस करने का मौका मिलता है और बहुत सारी ऐसी चीजों पर नजर जाती है जिसपर काम करने की जरूरत होती है।