पीडीएस के गेहूं के आटे से बनी रोटी खाने से बाप-बेटी की मौत, महिला की हालत नाजुक
रोटी तैयार होने के बाद पूरे परिवार ने साथ बैठकर खाना खाया। इसके बाद बाप-बेटी की मौत हो गई और हॉस्पिटल में महिला की हालत नाजुक बनी हुई है।
बहराइच। सरकारी पीडीएस का गेहूं यूपी में बहराइच के परवानीगौढ़ी गांव में एक गरीब परिवार के लिए मौत बनकर आया। कोटे से गेहूं लाकर इस परिवार ने उसे पिसाया। उसके आटे से घर में रोटी बनी जिसे परिवार के सभी सदस्य ने खाया। खाना खाने के बाद बाप-बेटी काम करने के लिए खेत पर चले गए जहां कुछ देर बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी और वे मौत के मुंह में समा गए। इधर महिला ने भी वही रोटी खाई थी, उनकी भी तबियत बिगड़ गई। महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। एसपी ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से मौतें हुई हैं। उन्होंने थानाध्यक्ष से कोटेदार के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा है। Read Also: अखिलेश के मंत्री की गाड़ी से कुचलकर ठेले वाले की मौत, नशे में था ड्राइवर
मोतीपुर थाना क्षेत्र में जंगल से सटे परवानीगौढ़ी गांव निवासी बदलूराम का परिवार काफी गरीब है। मेहनत-मजदूरी से परिवार का खर्च चलता है। बदलूराम की पत्नी रामदुलारी (40), गांव के कोटेदार से कुछ दिन पहले गेहूं लेकर घर आई। रामदुलारी ने इस बारे में कहा, 'मैंने गेहूं को पिसने के लिए दिया था। रविवार शाम को चक्की से आटा मिला था। उसे घर पर लायी थी। सोमवार को दोपहर बाद उसी आटे से रोटी तैयार की। परिवार के सभी लोगों ने साथ में मिलकर खाना खाया।' खाना खाने के बाद बदलूराम अपनी 15 वर्षीय बेटी को लेकर काम करने खेत की ओर चले गए। आधे घंटे बाद सभी की तबियत बिगड़ने लगी। उल्टी-दस्त होने लगी। कुछ देर बाद बदलूराम और पुत्री ननकई की खेत में ही मौत हो गई।
गांव के लोगों ने सूचना थाने में दी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष रामअवतार सिंह यादव ने एंबुलेंस बुलवाकर रामदुलारी को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहीं जंगल में पुलिस फोर्स भेजी तो वहां पर बाप-बेटी के शव मिले। पुलिस अधीक्षक सालिकराम वर्मा का कहना है, 'जिला अस्पताल में महिला रामदुलारी का बयान दर्ज किया गया है। फूड प्वाइजनिंग के चलते उसके पति व बेटी की मौत हुई है। फिलहाल दोनों लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कोटेदार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।' Read Also: बहराइच की आंशी, बंगाल को पछाड़ ताइक्वांडो में आई फर्स्ट