मिड डे मील का हुआ औचक निरीक्षण, मिल रहा खाना देखकर सकते में आ गए सभी
फर्रुखाबाद। जनपद के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में छात्रों को दिए जाने वाले मिड-डे-मील के नाम पर खेल हो रहा है। विद्यालयों में बच्चों को मानक अनुरूप भोजन नहीं दिया जा रहा है। सरकार द्वारा बच्चों के भोजन करने के लिए थालियां भी उपलब्ध कराई गईं। लेकिन बच्चे घर से लाये बर्तनों में तेहरी खाते मिले। तेहरी में न टमाटर था न ही सोयाबीन। चावल और आलू से बनाई गई तेहरी बच्चों को बस एक एक चमचा ही परोसी जा रही थी। मिड डे मील में हो रही इस लापरवाही से जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए है।
विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को दोपहर में भोजन दिया जाता है। इसके लिए विभाग द्वारा विद्यालयों को छात्र आधार पर कनवर्जन कास्ट उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही बच्चों को भोजन देने के लिए राशन भी उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों में रसोइया की भी नियुक्ति की गई है। बता दें कि विकास खण्ड कमालगंज क्षेत्र में ग्राम सभा शेखपुर सराय में प्राथमिक और जूनियर पांच विद्याल चल रहे है।
बुधवार को कमालगंज विकास खंड के परिषदीय विद्यालय शेरपुर सराय, बहवलपुर, कुण्डपुरा में बनने वाले मिड डे मील की पड़ताल की गई। तो बच्चों ने अध्यापकों की पोल खोलकर रख दी। बच्चों बताया कि उन्हें तेहरी दी गई थी। तेहरी भी मेन्यू के अनुसार नहीं बनी थी और न ही बच्चों को पेट भर के दी जा रही थी। तेहरी में सिर्फ आलू व चावल ही नजर आ रहे थे। जबकि मेन्यू है कि उसमें टमाटर, सोयाबीन सहित कई अन्य चीजें भी पड़े। वहीं बच्चों को एक -एक चमचा तेहरी खाने के लिए दी जा रही थी। जब रसोइया से इस बारे में पूछा गया तो वह कोई जवाब नहीं दे पाई।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार पंडित ने बताया कि बच्चों को मिड डे मील दिया जा रहा है। अगर बच्चों को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिल रहा है तो उसका निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी।