यूपी बोर्ड की जिला टॉपर निधी यादव पर मुकदमा, इसी सत्र में दी थी सीबीएसई बोर्ड से भी परीक्षा
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश में शिक्षा माफियाओं की जड़े कहां तक है उसका नमूना आपने फर्रुखाबाद की इस खबर के जरिए देखा था। खबर का मर्म कुछ इस तरह था कि जिले की यूपी बोर्ड टॉपर छात्रा ने दो दो बोर्ड व दो जगहों से इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। इस मामले में मीडिया की अहम भूमिका रही। लोकल मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया जिस पर सोया हुआ शिक्षा विभाग नींद से जाग गया उसने दोनों स्कूलों से जांच कर मुकदमा दर्ज करा दिया है। यूपी बोर्ड व सीबीएससी बोर्ड से एक ही सत्र में परीक्षा देने वाली यूपी बोर्ड की जिला टॉप छात्रा व उसके पिता पर आखिर कार्रवाई हो गई। डीआईओएस की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी है।
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फर्रुखाबाद के नकल माफिया का खेल
बता दें कि मामला फर्रुखाबाद का है जहां पिछले दिनों ये खबर आई थी कि जिले की टॉपर निधा यादव ने शिक्षा माफिया पिता के संरक्षण से एक ही समय पर दो बोर्ड से परीक्षा देकर पारदर्शी शिक्षा प्रणाली का मखौल उड़ा दिया था। यहां के एक कॉलेज के प्रबंधक गजेंद्र यादव की बेटी निधी यादव जो इंटमीडियट यूपी बोर्ड की जिला टॉपर भी है वह मीरा देवी बालिका इंटर कॉलेज हर्ष नगर बहोरिकपुर की छात्रा रही है और यही से यूपा बोर्ड की परीक्षा भी दी थी। और जिला टॉप किया था।
एक ही सत्र में दी दो बोर्डों से परीक्षा
इसके बाद खुलासा हुआ कि निधि यादव ने इसी सत्र में सीबीएससी बोर्ड के माध्यम से भी राजपूताना पब्लिक स्कूल जहानगंज में भी इंटरमीडिएट की परीक्षा दी। एक सत्र में दो बोर्डों से परीक्षा देने का खुलासा होने पर यह मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया। जिसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कमलेश बाबू ने थाना जहानगंज पहुंचकर पुलिस को तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जिला टॉपर छात्रा निधि यादव उसके पिता गजेंद्र सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
की जाएगी कानूनी कार्रवाई
एसपी मृगेंद्र सिंह ने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जहानगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उस मुकदमे में सही जांच की जाएगी हो सकता है कि इस प्रकरण में कोई गिरोह लगा हुआ हो उस लड़की के साथ परीक्षार्थियों ने भी दो दो बोर्डों से परीक्षा एक ही समय दी हो जांच में जो दोषी सामने निकलकर आयेगा उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जायेगी। प्रभारी जिला विधालय निरीक्षक अरुण सिंह राठौर ने बताया कि जांच में दोषी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। आगे पुलिस जांच में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
छात्रा निधि यादव के अलावा और भी नामों का हो सकता है खुलासा
शिक्षा विभाग व पुलिस के द्वारा सही तरीके से दो दो बोर्डों से परीक्षा देने के मामले में जांच की गई तो हो सकता है कि जिले में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने दो-दो बोर्डों से एक ही वर्ष में बोर्ड परीक्षा दी हो। एसपी के अनुसार यह मामला बहुत बड़ा हो सकता है। इसलिए इसकी जांच गहनता से करनी जरूरी है। क्योकि बिहार राज्य में भी टॉपर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था। जिस कारण हजारों पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य अंधकार में चला गया था। क्या उसी प्रकार से यहां भी कोई सक्रिय गिरोह चला रहा हो जिसके तार यूपी बोर्ड से जुड़े निकल सकते है।
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