शहर में जाम कहां-कहां लगा है ये बात अब आपका फेसबुक और वाट्सएप बताएगा
इलाहाबाद। जरा सोचिए आपने फेसबुक ऑन किया और आपको पता चला कि जिस रास्ते से आप अभी गुजरने वाले हैं वहां जाम है तो आप आसानी से जाम से बच सकेंगे। आप दूसरा रास्ता चुन लेंगे। ऐसे ही व्हाट्सएप ऑन किया तो पता चला कि कहां ट्रैफिक का लोड़ कम है तो आप उस रास्ते का इस्तेमाल करेंगे।
इस तरह की सोच नई भी है और दिलचस्प भी। यह सोच ट्रैफिक पुलिस की नयी मुहिम का हिस्सा है। ट्रैफिक पुलिस सोशल नेटवर्किंग साइट को ट्रैफिक अपडेट का प्लेटफार्म बनाने जा रही है। चूंकि बहुतायत संख्या में लोग फेसबुक और व्हाट्सएप जैसी साइट के अपडेट थोड़ी थोडी देर पर चेक करते रहते हैं। ऐसे ट्रैफिक पुलिस इस प्लेटफार्म को अपने ट्रैफिक अपडेट से जोडेगी और जाम की समस्या में कमी लायेगी।
क्या
है
योजना
सोशल
मीडिया
का
इस्तेमाल
इन
दिनों
हमारी
दिनचर्या
का
हिस्सा
बन
गया
है
और
लोग
बहुत
सारा
समय
फेसबुक,
व्हाट्सएप
आदि
सोशल
नेटवर्किंग
साइट
पर
बिताने
लगे
है।
लेकिन,
सोशल
साइट्स
अब
सिर्फ
मनोरंजन
और
टाइमपास
ही
नहीं
होंगी
बल्कि
यह
हमारे
लिए
ट्रैफिक
अपडेट
की
अहम
जानकारी
भी
उपलब्ध
करायेगी।
यानी
अब
फेसबुक,
वाट्सएप
बताएगा
कि
कहां
जाम
लगा
है
?
इलाहाबाद
शहर
में
इस
योजना
की
शुरूआत
की
जा
रही
है
और
जाम
की
समस्या
से
लोगों
की
परेशानी
दूर
की
जायेगी।
इसके
तहत
फेसबुक,
वाट्सएप
समेत
दूसरे
सोशल
नेटवर्किंग
प्लेटफार्म
ट्रैफिक
का
अपडेट
दिया
जायेगा।
कैसे
करेगा
काम
एसपी
ट्रैफिक
कुलदीप
सिंह
ने
बताया
कि
सोशल
साइट्स
पर
इलाहाबाद
ट्रैफिक
के
नाम
से
फेसबुक
पेज,
व्हाट्सएप
ग्रुप
और
ट्वीटर
एकाउंट
बनाया
जायेगा।
इन
सभी
के
लिंक
को
सोशल
मीडिया
पर
प्रचारित
किया
जायेगा
और
इससे
आम
लोगों
को
जोड़ा
जायेगा।
लोगों
को
सोशल
नेटवर्किंग
साइट
इलाहाबाद
ट्रैफिक
के
नाम
से
फेसबुक
पेज
व
व्हाट्सएप
ग्रुप
का
लिंक
मिल
जायेगा
और
इससे
जुडते
ही
वह
ट्रैफिक
के
आधिकारिक
अपडेट
से
भी
जुड
जायेंगे।
यहां
सबसे
अच्छी
खासियत
यह
होगी
कि
थोड़ी
थोडी
देर
पर
सूचनाएं
अपडेट
होती
रहेंगी।
यहां
तक
की
हर
तरफ
ट्रैफिक
की
दशा
बिल्कुल
कम
होने
यानी
रास्ता
साफ
होने
पर
भी
जानकारी
मुहैया
करायी
जायेगी।
मिलेगी
राहत
घर
से
निकलने
के
बाद
जाम
से
जूझना
यात्रा
का
सबसे
तकलीफदेह
स्थिति
होती
है
और
हम
हमेशा
जाम
से
बचकर
निकलना
चाहते
हैं।
ऐसे
में
इलाहाबाद
ट्रैफिक
पुलिस
इसके
लिए
सोशल
मीडिया
पर
रोज
सुबह
से
लेकर
रात
तक
शहर
में
अगर
कहीं
जाम
लगा
है
या
रूट
बाधित
है
अथवा
रूट
डायवर्जन
है
या
फिर
कोई
और
समस्या
है
तो
उसकी
जानकारी
अपडेट
करती
रहेगी।
इससे
बहुत
संभव
है
कि
जाम
में
कमी
आयेगी।
क्योंकि
लोगों
को
आने-जाने
में
ट्रैफिक
अपडेट
का
इस्तेमाल
करेंगे
और
कम
दबाव
वाले
रास्ते
का
उपयोग
करेंगे।