इटावा के SSP ऐसा काम करके गए हैं कि यहां की जनता उन्हें कभी नहीं भूल पाएगी
इटावा। उत्तर प्रदेश में उप चुनाव को लेकर यूपी सरकार ने एक बार आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। इस तबादले में इटावा के एसएसपी वैभव कृष्ण का भी नाम आ गया। वैसे तो इटावा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने खूब सुर्खियां बटोरीं। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बड़े पैमाने पर खनन माफियाओं पर शिंकजा कसा। इनके इस कार्य से खनन माफियाओं में हड़कंप मचा रहा। जाते-जाते वैभव कृष्ण ने एक नया इतिहास रचकर इटावा जनपद से विदा हुए।
जनपद इटावा में एआरटीओ कार्यालय में वर्षों से चल रहे फर्जीवाड़े को उजागर किया है। उन्होंने 28 लाख 70 हजार रुपये ,70 लाख से अधिक के सोने चांदी के अभूषण, फर्जी मोहरें दस्तावेज और इस फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा सहित आधा दर्जन लोगों को लिया हिरासत में लिया। इटावा एसएसपी ने जनपद छोड़ने से पहले एआरटीओ ऑफिस के दलालों की लंका को तहस-नहस करके रख दिया। 15 वर्षो से चले आ रहे इस फर्जी गोरखधंधे पर विराम लगाते हुए आज एआरटीओ कार्यालय में डीएम सेल्वा कुमारी जे के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट शमशाद हुसैन, एसडीएम सदर सिद्धार्थ सिंह, एएसपी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, सीओ डॉ अंजनी कुमार चतुर्वेदी, सीईओ भर्थना राकेश जयसवाल व अपनी भरोसेमंद एसओजी टीम के साथ उपसंभागीय कार्यालय इटावा को किया गया सीज। 2008 में एआरटीओ दफ्तर में लगी आग या यूं कहिए कि लगाई गई आग के दस्तावेज भी इस छापेमारी में आखिर पुलिस ने बरामद कर ही लिए।
इस कार्रवाई से समूचे प्रदेश के नेताओं और दलालों में हड़कम्प सा मच गया। जाते-जाते इस जनपद से एसएसपी वैभव ने एक और बड़ी कामयाबी की फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज कर लिया। इटावा एसएसपी वैभव कृष्ण के ट्रांसफर की खबर सुनकर भले ही खनन माफिया और अराजतत्त्वों में एक खुशी की लहर दौड़ गई हो, लेकिन सही मायनों में आम जनता व्यापारियों, महिलाओं और शोषितों के मन-मस्तिक में एक बात बैठ गई है कि क्या आने वाले एसएसपी अपराधियों अराजकतत्वों में ऐसा भय पैदा कर सकेंगे। हालांकि एसएसपी हो या अन्य अधिकारी आते जाते रहते है ,लेकिन आज एसएसपी इटावा ने ये सिद्ध कर दिखाया कि ईमानदारी से कार्य करने के लिए कोई समय कोई जगह कुछ मायने नहीं रखती।
आपको बता दें एसएसपी इटावा ने इससे पूर्व जनपद इटावा में अवैध खनन ओवर लोडिंग के विरुद्ध जो कार्रवाई की थी, उससे पूरे प्रदेश में पुलिस महकमे का डंका बजाने में भी एसएसपी इटावा वैभव कृष्ण व उनकी टीम का ही कारनामा था।
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