लगातार बारिश से परेशान युवक ने खरीद ली नाव, मोहल्लेवाले उठा रहे हैं पूरा लाभ
कानपुर। कानपुर के जिन इलाकों की सड़कों पर गाड़ियां चलती थीं अब वहां पर नाव चल रही है। कई दिनों से लगातार हो रही हुई बारिश के चलते कानपुर के कई इलाके बाढ़ ग्रस्त हो गए हैं। बाढ़ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। उनके खाने पीने का सामान लगभग समाप्त होने से भुखमरी की नौबत आ गई है। लोगों की तकलीफ को देखते हुए क्षेत्र के ही एक युवक ने अनोखी पहल की उसने अपने निजी पैसे से एक नाव खरीद डाली और लोगों को आने-जाने की निशुल्क सेवा दे दी।
कानपुर का यह इलाका है मकड़ी खेड़ा जहां पर पिछले एक हफ्ते से बाढ़ का पानी भरा हुआ है जिसकी वजह से यहां के रहने वाले लोगों के मकान जलमग्न हो चुके हैं। इस इलाके के रहने वाले लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं क्योंकि आने जाने वाले सभी रास्तों पर बाढ़ का पानी भरा हुआ है। यहां के हालत इतने खराब हो चुके हैं कि अब इस इलाके की सड़कों पर नाव चलानी पड़ रही है। जिन लोगों के घरों में जरूरत का सामान समाप्त हो चुका है। वह या तो पानी को पारकर जा रहे है या तो नाव का सहारा ले रहे हैं। यह सुविधा कोई जिला प्रशासन ने नहीं शुरू की है बल्कि मकड़ी खेड़ा के रहने वाले दिलीप ने लोगों की समस्याओं को देखते हुए अपने निजी पैसे से खरीदी है। दिलीप की यह नाव मकड़ी खेड़ा में रहने वाले लोगों को उनके घरों तक निशुल्क पहुंचा रही है। अगर किसी के घर का राशन समाप्त हो गया है तो वह नाव द्वारा बाढ़ के पानी को पारकर बाजार से खाने पीने का सामान ला सकता है। दिलीप का कहना है कि बाढ़ के हालात को देखते हुए 9 हजार की नाव खरीदी है जिससे अब लोगों को काफी सहूलियत हो रही है।
कानपुर में हुई भीषण बरसात के बाद जिला प्रशाशन ने हाई एलर्ट जारी करने के साथ राहत कार्य करने के आदेश दिए थे। कई बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य शुरू किया गया लेकिन राहत बचाव कार्य मकड़ी खेड़ा इलाके तक नहीं पहुंचा | स्थानीय लोगों का कहना है की बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने से कटाव हुआ जिसकी वजह पानी इस इलाके को जलमग्न कर गया। घरों के जलमग्न होने से कई लोग अपने मकान छोड़कर अपने रिश्तेदारों के घर जा रहे हैं। जलभराव होने से कीड़े मकौड़े सांप घरों में घुस रहे हैं जिसकी वजह से काफी परेशानी हो रही है। लोगो का कहना है कि ना तो जिला प्रशासन हमारी सुध ले रहा है और ना ही कोई नेता।