फूड प्वाइजनिंग के कारण छात्रा की मौत, बेसिक शिक्षाधिकारी समेत तीन पर मुकदमा दर्ज
मिर्जापुर। मिर्जापुर जिले के जमालपुर ब्लाक स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में एक बड़ा मामला सामने आया है। फूड प्वाइजनिंग की वजह से कक्षा सात की छात्रा की मौत समेत 11 छात्रो के बीमार होने का मामला सामने आया है। बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण तिवारी, जिला समन्वयक, विद्यालय की वार्डेन समेत तीन लोगों के खिलाफ थाने में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मृतक छात्रा के पिता द्वारा जमालपुर थाने में तहरीर देने के बाद यह कार्रवाई की गई।
दोपहर
का
भोजन
करने
से
हुई
थी
मौत
बहुआर
गांव
के
ही
कस्तूरबा
गांधी
आवासीय
बालिका
विद्यालय
में
शनिवार
दोपहर
में
दो
बजे
भोजन
करने
के
बाद
छात्राएं
अपने
कमरे
में
आराम
करने
के
लिए
चली
गईं।
एक
घंटे
बाद
तीन
बजे
से
छात्राएं
एक-एक
करके
बीमार
होने
लगीं।
इसकी
जानकारी
होने
पर
वार्डेन
मधुरानी
दुबे
ने
पहले
विद्यालय
में
छात्राओं
का
प्राथमिक
उपचार
कराया।
हालत
में
सुधार
न
होने
पर
शाम
को
छह
बजे
उन्होंने
एंबुलेंस
बुलाकर
बीमार
सभी
बारह
छात्राओं
को
उपचार
के
लिए
सामुदायिक
स्वास्थ्य
केन्द्र
जमालपुर
भेजा।
यहां
पहुंचने
पर
चिकित्सकों
ने
कक्षा
सात
की
छात्रा
नैना
पुत्री
चंद्रशेखर
निवासी
पिड़खिड़
को
मृत
घोषित
कर
दिया।
चिकित्सक
ने
बताया
कि
छात्रा
के
मुंह
से
झाग
निकल
रहा
था।
केंद्रीय
मंत्री
ने
भ्रमण
कर
कार्रवाई
कर
दिया
था
निर्देश
केंद्रीय
परिवार
कल्याण
एंव
स्वास्थ्य
राज्यमंत्री
अनुप्रिया
पटेल
ने
कस्तूरबा
गांधी
विद्यालय
का
भ्रमण
कर
बीमार
छात्राओं
और
उनके
परिजनो
से
मुलाकात
किया।
मृतक
छात्रा
के
परिजन
से
मिलकर
कार्रवाई
किए
जाने
का
आश्वासन
दिया।
मृत
छात्रा
के
पिता
चंद्रशेखर
की
ओर
से
दी
गई
तहरीर
में
बीएसए,
जिला
समन्वयक
बालिका
शिक्षा
और
वार्डेन
को
दोषी
बताया
गया
है।
इन
तीनों
लोगों
के
खिलाफ
मामला
दर्ज
करके
कार्रवाई
की
मांग
की
गई।
पीड़ित
की
ओर
से
चुनार
विधायक
अनुराग
पटेल
के
समक्ष
भी
मामला
रखा
गया।
इस
पर
विधायक
ने
थानाध्यक्ष
से
बात
किया
तो
पता
चला
कि
शाम
तक
तीनों
लोगों
के
खिलाफ
मामला
दर्ज
कर
लिया
जाएगा।
मंगलवार
को
जमालपुर
पुलिस
ने
तीनो
लोगों
के
खिलाफ
गैर
इरादतन
हत्या
का
मुकदमा
दर्ज
कर
लिया।