PM मोदी ने जिसके लिए मांगे वोट, उसी का नाम मतदाता सूची से गायब
इस चुनाव में जो सबसे महत्वपूर्व पहलू है वो ये की इस बार के चुनाव में मतदान निराशाजनक ही रहा। सुबह के ही मतदान का सिलसिला काफी धीमी गति से शुरू हुआ तो वहीं जब लोग अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करने बूथ पर पहुंचे तो लोगों के नाम वोटर लिस्ट से नदारद मिले।
वाराणसी। निकाय चुनाव के दूसरे चरण में काशी सहित कुल 25 जिलों में छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान संपन्न हुआ। वहीं पीएम के शहर में कुल 90 वॉर्डों के शहरी इलाके के साथ ही नगर पालिका, परिषद और नगर पंचायत में प्रत्याशियों के भाग्य EVM मशीन में कैद हो गए। फैसला 1 दिसंबर को होना है लेकिन इस चुनाव में जो सबसे महत्वपूर्व पहलू है वो ये की इस बार के चुनाव में मतदान निराशाजनक ही रहा। सुबह के ही मतदान का सिलसिला काफी धीमी गति से शुरू हुआ तो वहीं जब लोग अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करने बूथ पर पहुंचे तो लोगों के नाम वोटर लिस्ट से नदारद मिले। बनारस के दशाश्वमेघ के वॉर्ड नंबर 81 में एक साथ 10 मकानों के मतदाताओं के नाम नहीं मिलने से लोगों में मायूसी दिखी तो ज्यादातर वॉर्डों में परिवार के सदस्यों में कुछ ही लोगों के नाम दिखाई दिए। ये हालात वॉर्ड 81, वार्ड 77, वार्ड 72, वॉर्ड 18 में ज्यादा दिखाई दिया जिसके लिए लोगों का आक्रोश BLO के कार्यप्रणाली को लेकर रहा।
पीएम के प्रस्ताव का भी नाम रहा नदारद
यही नहीं लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए प्रस्ताव बने वीरभद्र निषाद का नाम भी निकाय चुनाव के वोटर लिस्ट से नदारत मिला। वीरभद्र के परिवार में कुल 10 सदस्य हैं जिसमे उनके पुत्र और बहुओं के अलावा वो खुद परिजनों के साथ रहते हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या सरकारी तन्त्र लाख प्रयासों के बाद भी बस कागज पर 100 प्रतिशत मतदान की उम्मीद लगाए बैठा है जबकि उन्हें नुमाइंदे ऑफिस में बैठे-बैठे ही लोगों को मतदान देने का अधिकार देते हैं। हालांकि अपना नाम वोटर लिस्ट से गायब होने पर नाराज हुए वीरभद्र ने OneIndia से बात करते हुए बताया कि वो गड़बड़ी और काम करने की शिकायत जल्द ही खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करने वाले है। वहीं वॉर्ड 81 में रहने वाले वो परिवार भी अपनी शिकायतें दर्ज कराने की तैयारी में हैं, कई वर्षों से रहते आ रहे है जिन्हें सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली से इस बार मत का प्रयोग करने से वंचित होना पड़ा।
शहरी इलाकों से ज्यादा ग्रामीण हिस्सों में हुआ मतदान
वहीं काशी के सांसद चुने जाने का असर भी आज के युवा से लेकर बुजुर्ग पर साफ दिखा, सुबह 7 बजे से धीमी गति से शुरू हुआ वोटिंग का प्रतिशत दोपहर 12 बजे तक नगर निगम में 19.5 %, नगर पालिका परिषद में 24%, नगर पंचायत में 39.76% रहा जो मतदान संपन्न होने के बाद भी कुछ खास नहीं रहा। नगर निगम में 43.8%, नगर पालिका परिषद रामनगर में 53.4 और नगर पंचायत गंगापुर में सबसे ज्यादा 77.99% हुआ। यानी कुल मिलाकर देखा जाए तो शहरी इलाकों से ज्यादा ग्रामीण हिस्सों के लोग मतदान के लिए जागरुक रहे।
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