यूपी: तेज तर्रार डीएम के आने से जिले में मचा हडकंप, अधिकारियों ने की सामूहिक तबादले की मांग
शाहजहांपुर। तेज तर्रार जिलाधिकारी से परेशान बिजली विभाग के अधिकारियों ने पत्र लिखकर सामूहिक तबादले की मांग की है। इन्होंने यह पत्र मध्यांचल विद्युत विभाग के प्रबंध निदेशक संजय गोयल को लिखी है। बिजली विभाग के अधिकारियों का आरोप है कि जिलाधिकारी मीटिंग के बहाने रोज बुलाकर मीटिंग मे अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जेल भेजने की धमकी देते हैं। इनका कहना है कि इन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे मे उनके साथ काम करना बहुत मुश्किल है। बिजली विभाग के अधिकारियों ने मध्यांचल विधुत विभाग के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर सामूहिक रूप से तबादले की मांग की है।
दरअसल शाहजहांपुर के जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी की गिनती तेज तर्रार अफसरों मे की जाती हैं। योजनाओं पर काम करना और सबसे ज्यादा गरीबों को योजनाओं का हक दिलाने के लिए जाने जाते है। ऐसे ही जिलाधिकारी ने बिजली विभाग की एक मीटिंग बीते बुधवार को सुबह 11 बजे बुलाई थी। मीटिंग मे बिजली विभाग के सभी अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों से डीएम ने प्रगति रिपोर्ट मांगी तो बिजली विभाग के अधिकारियों ने रिपोर्ट दे दी।
आरोप है कि इसी तरह से जिलाधिकारी रोज शाम मे 7 बजे सभागार मे बुलाकर मीटिंग के दौरान अपशब्द बोलते हैं। जिससे सभी बिजली अधिकारी मानसिक रूप से परेशान रहने लगे है। इतना ही नहीं जब कोई अधिकारी किसी कारणवश मीटिंग में नहीं पहुंच पाता है तो उसको बुलाने के लिए पुलिस फोर्स उसके घर भेज दिया जाता है। ऐसे मे बिजली विभाग के अधिकारियों का जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी के साथ काम कर पाना बेहद मुश्किल है।
आपको बता दें कि अपनी कार्यप्रणाली मेहनत और अधिकारियों के पेंच कसने के लिए जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी जाने जाते है। इससे पहले जिलाधिकारी ने अस्पताल का निरीक्षण किया तो वहां पर गंदगी देखकर डीएम का पारा हाई हो गया और सीएमओ आरपी रावत को सभी डाक्टरो को फटकार लगा दी। जिसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। लेकिन आपस मे बैठकर जिलाधिकारी द्वारा लिखित माफी के बाद सब ठीक हो पाया था।
आपको बता दें कि इस वक्त यहां पर जो स्थिति डीएम को लेकर अधिकारियों के बीच बनी हुई है। यही स्थिति तेज तर्रार डीएम विजय किरण आनन्द के कार्यकाल मे बनी थी। क्योंकि विजय किरण आनंद भी अधिकारियों के पेंच कसते थे। ठिक इसी प्रकार से अधिकारी उनके भी तबादले की मांग करते थे। विजय किरण आनंद के तबादले के बाद तीन जिलाधिकारी यहां आकर जा चुके है लेकिन किसी अधिकारी ने तबादले की मांग नही की थी। लेकिन अब डीएम अमृत त्रिपाठी काम न करने वाले अधिकारियों के पेंच कस रहे हैं अब फिर वही स्थिति पैदा हो गई है। अधिकारियों डीएम पर दबाव बनाने के लिए तबादले की मांग कर रहे हैं या फिर हड़ताल की धमकी दे देते है।
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