देवरिया शरण गृह सीज, मामले की जांच के लिए सीएम ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित शरण ग्रह में लड़कियों के साथ कथित रूप से शोषण और देह व्यापार के मामले में योगी सरकार एक्शन में आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है जोकि इस मामले की जांच करेगा। साथ ही शरण गृह को सोमवार की रात पूरी तरह से सीज कर दिया गया है और सभी 24 लड़कियों को यहां से छुड़ा लिया गया है।
गैरकानूनी तरीके से चल रहा था शेल्टर हाउस
शेल्टर हाउस के मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि यह शेल्टर हाउस गैरकानूनी तरीके से चल रहा था, जिसे पुलिस ने बीती रात सीज कर दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस शेल्टर हाउस के भीतर चल रहा देह व्यापार के रैकेट का खुलासा तब हुआ जब यहां से 10 साल की बच्ची किसी तरह से भागने में सफल हुई और उसने यहां के बारे में पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने यहां छापेमारी की और सभी लड़कियों को आजाद कराया।
18 लड़कियां गायब
घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने यहां छापेमारी की, जहां कुल 42 लड़कियों में से 18 लड़कियां गायब मिली। जिसके बाद यहां से 24 लड़कियों को छुड़ा लिया गया और शेल्टर होम की संचालिका और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि मां विंध्यवासिनी महिला एवं बालिका संरक्षण गृह नाम की एनजीओ यहां शरण गृह चलाती थी, जहां कुल 42 लड़कियों के नाम दर्ज थे। लेकिन छापेमारी के दौरान हमे सिर्फ 24 लड़कियां ही मौके पर मिली। पुलिस ने बताया कि उसे काफी लंबे समय से शेल्टर होम के खिलाफ शिकायत मिल रही थी।
लगातार मिल रही थी शिकायत
शरण गृह में लगातार मिल रही अनियमितता की शिकायत के बाद इसकी मान्यता को पिछले वर्ष जून माह में समाप्त कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद इसकी संचालिका ने हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर इसे चला रही थीं। एसपी ने बताया कि बिहार के बेतिया जिले की 10 साल की बच्ची देर शाम को जब संरक्षण गृह से निकल पुलिस थाने पहुंची तो उसने शेल्टर होम के भीतर चल रही अनियमितता की जानकारी दी।