बाहुबली मुख्तार अंसारी को झटका, दिल्ली हाईकोर्ट से परोल पर रोक
बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को पैरोल देने से दिल्ली हाई कोर्ट ने किया इनकार, जेल के भीतर ही रहेंगे मुख्तार अंसारी।
लखनऊ। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को पैरोल देने से दिल्ली हाई कोर्ट ने इनकार कर दिया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने अंसारी को पैरोल देने की याचिका को खारिज कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और सलमान खुर्शीद अंसारी को पैरोल दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे थे लेकिन दिल्ली कोर्ट ने उन्हें झटका देते हुए पैरोल देने से साफ इनकार कर दिया है।
मुख्तार अंसारी मौजूदा समय में कई मामलों में आरोपी हैं और वह जेल की हवा खा रहे हैं, इस बार वह बसपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं, ऐसे में चुनाव प्रचार के लिए अंसारी का जेल से आने के मंसूबे पर पानी फिर गया है। इससे पहले अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय हुआ था, लेकिन जिस तरह से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अंसारी की पार्टी के विलय का विरोध किया उसके बाद अंसारी बंधुओं ने बसपा का दामन थामा और बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें पार्टी से टिकट दिया है। मुख्तार अंसारी यूपी की मऊ सीट से बसपा के उम्मीदवार हैं।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि जब एक टीवी साक्षात्कार में कपिल सिब्बल से इस बाबत सवाल पूछा गया था कि आप मुख्तार अंसारी की पैरोल के लिए पैरवी कर रहे हैं तो उनका कहना ता कि यह पूरी तरह से व्यवसायिक मामला है, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, बतौर वकील मैं टीएमसी, एसपी, बसपा, कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियों के नेताओँ के लिए कई बार कोर्ट में पेश हो चुका हूं। उन्होंने कहा कि निचली अदालत ने अंसारी को पैरोल दे दी थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी, जिसके चलते बतौर उम्मीदवार अंसारी को प्रचार करने की अनुमति नहीं मिली।