मऊ से थाईलैंड कमाने गया बेटा, बैंकॉक में पेड़ से लटकती मिली लाश
मऊ। गरीब माता पिता और 4 भाई-बहनों का सहारा बनने के लिए विदेश गए युवक की मौत की खबर जब परिजनों को हुई तो घर में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी के बाद मां-बाप और पूरा परिवार सदमे में है और रो-रो कर उनका बुरा हाल है। दरसअल ये पूरा मामला यूपी में मऊ के कोपागंज थाना क्षेत्र के कोपा कोहना गांव का है जहां का रहने वाला चंदन यादव 6 महीने पहले थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक अपने परिवार का सहारा बनने गया था। विदेश जाने के बाद से बीते 14 तारीख तक तो सबकुछ ठीक चल रहा था। वहीं रोजाना चन्दन घरवालों से बात भी करता था लेकिन पिता रविन्द्र यादव ने बताया कि 14 तारीख से बेटे से बात नहीं हो पा रही थी। ऐसे में अनहोनी होने के डर से जब वहां पर मौजूद अन्य रिश्तेदारों को फोन कर बेटे चन्दन की जानकारी ली तो बेटे के मौत की खबर मिली।
संदिग्ध
परिस्थिति
में
लटका
हुआ
था
शव
बताते
चलें
कि
चंदन
का
शव
बैंकॉक
के
एक
जंगल
मे
पेड़ों
से
लटकता
मिला
है
जिसको
देख
कर
अंदाजा
लगाया
जा
रहा
है
कि
हत्या
के
बाद
उसका
शव
पेड़
से
लटकाया
गया
है।
शव
के
पास
से
मृतक
की
स्कूटी
और
समान
मिलने
से
ये
बात
तो
स्पष्ट
होती
है
कि
हत्या
लूट
के
इरादे
से
नहीं
की
गई
है।
वहीं
मृतक
की
बहन
मीडिया
से
बात
करते
करते
रो
पड़ती
है
और
कहती
है
कि
गरीबी
से
तंग
आकर
ही
उनका
भाई
थाईलैंड
गया
था
लेकिन
वहां
किसी
ने
उसकी
हत्या
कर
दी
है।
बहन
की
भी
मानें
तो
14
तारीख
तक
भाई
से
बात
हुई
थी
उसके
बाद
उससे
कोई
संपर्क
नहीं
हो
सका
और
मौत
की
खबर
आई।
मृतक
की
बहन
अपने
भाई
के
लिए
इंसाफ
की
मांग
कर
रोने
लगती
है।
घरवालों
को
रिश्तेदार
पर
शक,
बैंकॉक
क्राइम
ब्रांच
जांच
में
जुटी
चंदन
का
परिवार
गरीबी
में
जीवन-यापन
करता
था
जिसके
लिए
पिता
और
परिवार
के
लोगों
के
लिए
सहारा
बन
मृत
बेटे
ने
विदेश
में
जाकर
नौकरी
करने
का
हिम्मत
जुटाया।
यहां
पिता
रविन्द्र
के
साथ
भाई
संदीप
एक
छोटी
सी
दुकान
चलाकर
अपने
परिवार
का
पेट
पाल
रहे
थे।
वहीं
चंदन
अपने
5
भाई
बहनों
में
सबसे
बड़ा
था।
इसी
कारण
जिम्मेदारी
समझते
हुए
भाई-बहनों
की
बेहतर
परवरिश
के
लिए
थाईलैंड
जाने
का
मन
बना
लिया
और
अपने
एक
रिश्तेदार
के
यहां
बीते
6
महीने
से
थाईलैंड
की
राजधानी
बैंकॉक
में
रह
रहा
था।
इस
पूरे
मामले
को
घर
वाले
भी
शक
की
निगाह
से
देख
रहे
हैं।
घर
वाले
हत्या
में
किसी
परिचित
का
भी
हाथ
होने
की
आशंका
जता
रहे
हैं।
फिलहाल
इस
पूरे
मामले
की
जांच
बैंकॉक
क्राइम
ब्रांच
को
सौंप
दिया
गया
है।
अब
देखने
वाली
बात
होगी
कि
कब
तक
इस
मामले
का
खुलासा
होता
है।