'गाय और मंदिर की बात करने वाले संतों को योगी द्वारा उठवाना घटिया हरकत'
फर्रुखाबाद। देश के प्रसिद्ध संत मलूक पीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्र दास महाराज पांचाल घाट गंगा तट पर अपने मुखारविन्द से लोगों को कथा का श्रवण कराने पहुंचे हैं। राजेंद्र दास ने बताया कि मंदिर निर्माण में देरी को लेकर सभी संत काफी आहत थे। वे भगवान के प्रति अपनी भावनाओं को नहीं रोक सके और मंदिर निर्माण की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। लेकिन संतों को जबरन उठाया यह बात समझ में नहीं आ रही है। यह सब गलत हुआ है। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कभी गाय और मन्दिर के आंदोलन के मुख्य सूत्रधार रहे उनके द्वारा ऐसा व्यवहार कराना समझ में नहीं आ रहा है। गाय और मंदिर की बात करने वाले संतों को योगी सरकार द्वारा उठवाना घटिया हरकत है।
दूसरी तरफ गाय और मंदिर की बात करने वालों को हमेशा तैयार रहना चाहिए क्योंकि उनको कभी भी किसी भी हालत में उठाया जा सकता है। जैसे अनशन पर बैठे संतों को पुलिस द्वारा उठाया गया है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कई संतों ने अध्यादेश लाकर मंदिर बनवाने की बात सरकार से कही है, लेकिन सरकार अध्यादेश लाती है या नहीं यह उसके ऊपर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा कि जन कल्याण व देश के हित के लिए गोरखनाथ पीठाधीश्वर को भी उसमें साथ कूदना पड़ेगा क्योंकि देश किसी एक व्यक्ति का नहीं सभी का है। वहीं लोगों में भक्ति अधिक बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो सत्य और सदाचार के माध्यम से भक्ति करते हैं उनकी भक्ति सफल होती है। इसीलिए कहा जाता है कि हर सामाजिक कार्य को सदाचार के साथ करना चाहिए तभी कल्याण हो सकता है।
ये भी पढ़ें- विवेक तिवारी की पत्नी को मिला ज्वाइनिंग लेटर, जाने किस पद पर मिली नियुक्ति ?