अमेठी के इस गांव का बुरा हाल, एक-एक घर में हो रहीं 3 मौतें, दहशत में लोग
लखनऊ, 16 मई: देश का सबसे बड़ा सूबा उत्तर प्रदेश कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित है, लेकिन सरकार यहां पर सब सही होने का दावा कर रही है। हालांकि आए दिन किसी ना किसी घटना से सरकार और प्रशासन के दावों की पोल जरूर खुल जाती है। ताजा मामला अमेठी जिले के हारीमऊ गांव से आया है, जहां पिछले एक महीने में 20 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया। इतना सब होने के बाद जिला प्रशासन गांव वालों की सुध नहीं ले रहा है।
खास बात तो ये है कि अमेठी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का संसदीय क्षेत्र है। इसके बावजूद वहां पर लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक जगदीशपुर के हारीमऊ गांव में एक महीने में 20 लोगों की मौत होने से ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक उन्हें नहीं पता कि ये मौतें कैसे हुईं, लेकिन अभी तक उन्होंने कभी ऐसा मंजर नहीं देखा है। ना तो उनके गांव में कोई जांच करने आया और ना ही वहां पर सैनिटाइजेशन करवाया गया है।
राजेंद्र कौशल नाम के ग्रामीण ने बताया कि उनकी जानकारी में 17-18 मौतें हैं। यहां तक की एक-एक घर में तीन-तीन लोगों की मौत हुई है। ग्रामीणों की ओर से एंबुलेंस बुलाई जाती है, वो आ तो जाती हैं, लेकिन शव को नहीं उठाते। वहीं अगर घर वालों ने हाथ नहीं लगाया तो एंबुलेंस वाले वापस लौट जाते हैं। वहीं प्रधान मोतीलाल ने भी स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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प्रधान के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग से कुछ लोग आए थे, लेकिन उनको सही जानकारी ही नहीं लग पाई। कुछ लोग जो बीमार थे, उनको दवा देकर कर्मचारी चले गए। ना किसी ने वहां लोगों की जांच करवाई और ना ही कोई उनको पूछने आया। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने इन आरोपों से इनकार किया है। सीएमओ आशुतोष दूबे के मुताबिक गांव में जिनको कोरोना के लक्षण थे, उनका सैंपल लिया गया है। साथ ही पूरे इलाके को भी सैनिटाइज करवा दिया गया।