महज 35 रुपए की वजह से कांग्रेस खो सकती है दशकों पुराना इलाहाबाद कार्यालय
नई दिल्ली उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में कांग्रेस पार्टी अपना कार्यालय खो सकती है, इसकी जो वजह सामने आई है वह चौंकाने वाली है। दरअसल पार्टी ने पिछले कई दशकों से यहां पार्टी कार्यालय का अपना किराया नहीं जमा किया है, जिसकी वजह से पार्टी का इसपर से अधिकार खत्म हो सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि पार्टी इलाहाबाद ऑफिस का हर महीने 35 रुपए का किराया देने में कई दशक से असमर्थ है, जिसकी वजह से पार्टी के कार्यालय पर तलवार लटक रही है।
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी का यह कार्यालय इलाहाबाद के चौक इलाके में है, यह कार्यालय यहां तकरीबन 8 दशक से यहां है। देश की आजादी के संघर्ष में यह कार्यालय काफी अहम रहा है। पीडी टंडन, कमला नेहरू और इंदिरा गांधी जैसी वरिष्ठ नेताओं ने यहां कई अहम बैठकें की हैं। बिल्डिंग के मालिक राज कुमार सारस्वत ने इस कार्यालय के लिए कांग्रेस पार्टी को नोटिस भेज दिया है। यह कार्यालय 3000 स्क्वायर फीट में बना हुआ है। सारस्वत ने कांग्रेस पार्टी को नोटिस जारी करके कहा है कि या तो कार्यालय का किराया दिया जाए या फिर इसे जुलाई माह के अंत तक खाली कर दिया जाए।
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पार्टी की ऐतिहासिक विरासत के बारे में बताते हुए कार्यालय के पदाधिकारियों ने कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश मुखिया राज बब्बर को इस बाबत पत्र लिखा है। यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता किशोर वार्ष्णेय ने कहा कि पार्टी कार्यालय के किराए को देने के लिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है और जल्द ही इसका भुगतान कर दिया जाएगा।
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