देवी सीता को 'टेस्ट ट्यूब बेबी' कहने पर UP डिप्टी सीएम के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दाखिल
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के देवी सीता माता को 'टेस्ट ट्यूब बेबी' कहने वाले बयान उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। इस बयान से धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता विक्रम सिंह ने डिप्टी सीएम के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दाखिल किया है। परिवाद पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अभी अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
31
मई
को
दिया
था
विवादित
बयान
मुख्य
न्यायिक
मजिस्ट्रेट
रमाकांत
प्रसाद
के
न्यायालय
में
आम
आदमी
पार्टी
के
कार्यकर्ता
विक्रम
सिंह
ने
डिप्टी
सीएम
दिनेश
शर्मा
के
खिलाफ
15
जून
को
मुकदमा
दर्ज
कराने
को
लेकर
परिवारवाद
दाखिल
किया
था।
कोर्ट
में
दाखिल
आवेदन
के
मुताबिक
विक्रम
सिंह
ने
31
मई
को
मथुरा
में
हुए
एक
कार्यक्रम
मुख्य
अतिथि
के
रूप
में
माता
सीता
के
जन्म
को
'टेस्ट
ट्यूब
बेबी'
से
जोड़ने
को
लेकर
दिए
गए
बयान
से
धार्मिक
भावना
आहत
होने
की
बात
कही
है।
इतना
ही
नहीं
डिप्टी
सीएम
ने
माता
सीता
को
'टेस्ट
ट्यूब
बेबी'
कहने
के
साथ
रामायण
काल
के
पुष्पक
विमान
की
तुलना
हवाई
जहाज
व
महाभारत
काल
के
संजय
की
तुलना
टेलीविजन
से
कर
दिया।
मुख्य
न्यायिक
मजिस्ट्रेट
ने
की
सुनवाई
डिप्टी
सीएम
के
टेस्ट
ट्यूब
बेबी
वाले
बयान
से
उन्हें
बहुत
कष्ट
हुआ
है।
यह
हिन्दू
धर्म
का
अपमान
है।
बताया
कि
इस
संबंध
में
पुलिस
अधीक्षक
मिर्जापुर
अशीष
तिवारी,
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ,
राज्यपाल
राम
नाइक
को
पत्र
लिखा
पर
कोई
कार्रवाई
नहीं
हुई।
कार्रवाई
न
होने
पर
अधिवक्ता
मनीष
त्रिपाठी
के
माध्यम
से
मुख्य
न्यायिक
मजिस्ट्रेट
में
मुकदमा
दर्ज
करने
का
आदेश
जारी
करने
के
लिए
परिवारवाद
दाखिल
किया
गया
है।
अधिवक्ता
मनीष
त्रिपाठी
ने
बताया
कि
कोर्ट
ने
गुरुवार
को
उनका
पक्ष
सुना
और
फैसले
को
सुरक्षित
रख
लिया
है।