12वीं पास डॉक्टर बन करने लगा वसूली तो योगी आदित्यनाथ से सीधे कर दी शिकायत
कुछ दिनों पहले एक अवैध नर्सिंग होम में इलाज के दौरान डॉक्टर की मनमानी वसूली से नाराज मरीज के परिजनों ने अस्पताल संचालक धनराज चौहान के खिलाफ सीधे मुख्यमंत्री योगी की बेबसाइड पर अपनी शिकायत दर्ज करा दी।
चंदौली। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद यूपी के मुगलसराय में एक निजी क्लिनिक को सील कर दिया गया। दरअसल कुछ दिनों पहले मुगलसराय स्थित धन्वंतरि चिकित्सालय नाम के इस क्लिनिक पर एक व्यक्ति अपने बच्चे का इलाज कराने आया था। इलाज के लिए मनमानी फीस वसूलने को लेकर डॉक्टर और मरीज के परिजनों में कहा सुनी हुई और उस व्यक्ति ने इस अस्पताल की शिकायत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोर्टल पर कर दी। पोर्टल पर की गई इस शिकायत के बाद चंदौली का स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और चंदौली के डिप्टी सीएमओ दलबल के साथ जब जांच करने पहुंचे तो पता चला कि ये क्लिनिक अवैध रूप से चलाया जा रहा था। यहां ना तो कोई डिग्रीधारी डॉक्टर मौजूद था और ना ही इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय में कराया गया था।
लगातार मिल रही यूपी से ऐसी शिकायतें
यूपी में इन दिनों नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मरीजों की मौत की घटना बढ़ रही है लेकिन ऐसी घटना होने के बावजूद भी जिले का स्वास्थ्य महकमा अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। लगता है अब जनता को ही अपनी लड़ाई लड़नी होगी। इसी का एक ताजा उदाहरण मुगलसराय क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां कुछ दिनों पहले एक अवैध नर्सिंग होम में इलाज के दौरान डॉक्टर की मनमानी वसूली से नाराज मरीज के परिजनों ने अस्पताल संचालक धनराज चौहान के खिलाफ सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेबसाइड पर अपनी शिकायत दर्ज करा दी। इस शिकायत से संबंधित आदेश जैसे ही डिप्टी सीएमओ को मिला वो और उनकी टीम ने इस अस्पताल में पहुंचकर जांच की तो उनके भी होश उड़ गए।
BAMS के नाम पर चल रहा था गोरखधंधा
दरअसल मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के काली महाल इलाके में अवैध रूप से धन्वंतरि चिकित्सालय चलाया जा रहा था। इस अस्पताल का संचालन धनराज चौहान जो की महज इंटर पास हैं और वाराणसी के किसी वसीम अख्तर बीएएमएस के नाम पर इस अस्पताल का संचालन कर रहे थे। कुछ दिन पहले एक बच्चे के इलाज के दौरान अस्पताल संचालक ने मनमानी फीस वसूली थी। जिससे नाराज बच्चे के परिजनों ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर पूरे मामले की शिकायत कर दी थी।
डिप्टी सीएमओ ने खुद की छापेमारी
राजधानी से इस क्लिनिक की शिकायत होने के बाद चंदौली स्वास्थ्य विभाग को आदेश मिला और डिप्टी सीएमओ डीके सिंह की टीम ने धन्वंतरि चिकित्सालय को सील कर दिया। बड़ी बात ये है कि मौके पर पहुंची टीम को चिकित्सालय में दवाएं, इंजेक्शन और एक अस्पताल चलाने के लिए सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध मिली। डिप्टी सीएमओ का कहना है कि आरोपी धनराज चौहान को एक हफ्ते का अल्टिमेटम दिया गया है कि 1 हफ्ते में वो पूरे दस्तावेज के साथ अपना जवाब दें। साथ ही धन्वंतरि चिकितसालय को सील कर दिया गया है। अगर अस्पताल संचालक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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