PICs: सहारनपुर में गन्ने पर किसानों की कड़वाहट, पुलिस से घंटों चली तगड़ी झड़प
कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। पुलिस निकाय चुनाव की नामांकन प्रक्रिया का हवाला देती रही।
सहारनपुर। प्रदेश सरकार के घोषित गन्ना मूल्य को नाकाफी बताते हुए और स्थानीय किसानों की अन्य समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और जोरदार प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई, लेकिन बाद में निकाय चुनाव की नामांकन प्रक्रिया का हवाला देते हुए किसानों को शांत किया गया, जिसके बाद किसानों ने अपना ज्ञापन मंडलायुक्त को सौंपा। पिछले सप्ताह हुई भारतीय किसान यूनियन की बैठक में ये निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार द्वारा जो गन्ना मूल्य घोषित किया गया हैं, वो लागत मूल्य को भी पूरा नहीं करता है। इसके अलावा स्थानीय किसान बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे है। इन तमाम समस्याओं को लेकर भाकियू ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी, जिसके तहत सोमवार को जिले भर के किसान गांधी पार्क में इकट्ठा हुए और वहां से नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट चैराहे पर पहुंचे।
कलेक्ट्रेट पर पुलिस द्वारा सभी किसानों को रोक लिया गया। किसानों का कहना था कि वो अपना ज्ञापन डीएम को देना चाहते हैं, जिस पर डीएम ने केवल चार पदाधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल को ही उनके ऑफिस में आने की अनुमति दी, लेकिन किसानों का कहना था कि कोई प्रतिनिधि मंडल नहीं बल्कि सभी किसान कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करेंगे। पुलिस ने निकाय चुनाव की नामांकन प्रक्रिया का हवाला देते हुए सभी किसानों को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ही रोक दिया। इसी बात को लेकर किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प हुई।
बाद में एसपी सिटी विद्याशंकर के समझाने पर किसान शांत हुए और मंडलायुक्त को अपना ज्ञापन देने के लिए निकल पड़े। प्रदर्शनकारी किसानों में भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष चैधरी विनय कुमार, जिलाध्यक्ष चैधरी चरण सिंह, अरुण राणा, अशोक चैधरी, विजय तोमर आदि पदाधिकारियों समेत हजारों किसान शामिल रहे।
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