स्कूल जाने के लिए रोज नदी में उतरते हैं बच्चे, भीगकर पहुंचते हैं स्कूल, राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र का हाल
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली डीह विकास क्षेत्र में एक ऐसा गांव है जहां आजादी के 70 साल पूरे होने के बाद भी गोड़ियन और पूरे पासी गांवों को जोड़ने वाली सड़क आज तक नहीं बनी है। लोगों को ही नहीं बच्चों को भी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए नदी के बीच में से होकर गुजरना पड़ता है। बता दें कि गांव के लोग व ग्राम प्रधान ब्लॉक से लेकर जिलाधिकारी, विधायक और सांसद तक सब से अपनी गुहार लगा चुके है। लेकिन 70 साल बाद भी एक पुल का निर्माण नहीं हो पाया है।
70 साल से नहीं हुआ विकास
रायबरेली कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अमेठी से सांसद राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र भी है। वहीं, भाजपा विधायक दल बहादुर कोरी का क्षेत्र भी है। डीह विकास क्षेत्र की बात करें तो कांग्रेस के राहुल गांधी ने इस क्षेत्र में विकास किया है। लेकिन एक ग्राम पंचायत कचनावा के दो पुरवे पूरे गोडियन और पूरे पासी आजादी के 70 साल बाद भी टापू पर बसा है। जिसके एक तरफ सई नदी तो दूसरी तरफ महराजगंज ड्रेन का नईया नाला है। इन दो पुरवो में लगभग सौ से अधिक परिवार रहकर निवास कर रहे है। गांव की कुल आबादी लगभग पांच सौ से अधिक है। इन गांवों के कुल 120 बच्चे प्राथमिक विद्यलाय कचनावा, राजकीय इंटर कालेज डीह, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज डीह में पढ़ने जाते है।
लोगों को होती है परेशानी
नाले का निर्माण न होने से लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा में मुशीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कचनावा गांव के किसानों की आठ सौ बीघा जमीन भी दरें पर है, जिससे किसानों को खेत की जुताई, कटाई में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर ग्रामीणों का कहना है वोटों की राजनीति में पुल का निर्माण नही हो रहा है। यदि पुल का निर्माण हो जाएगा तो चुनाव में नेता क्या मुद्दा लेकर वोट मांगने आएंगे। ग्राम प्रधान मेवालाल ने बताया कि 1980 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रयास से महराजगंज ड्रेन नाले पर पुल निर्माण के लिए सीमेंट व पत्थर आए थे ढांचा भी तैयार किया गया था। लेकिन एक महीने बाद ही काम बंद हो गया धातु तैयार होने से कुछ हद तक लोगों को आने जाने में आसानी हो गई थी मगर पानी के तेज बहाव में ढांचा भी बह गया। क्षेत्रीय भाजपा विधायक दलबहादुर कोरी क्षेत्र के है जमीनी हकीकत से वाकिफ है। उन्होंने चुनाव में पुल बनाने का वादा भी किया है। लोगों को क्षेत्रीय विधायक जी से ज्यादा उम्मीदे है।
नदी के बीच होकर जाना पड़ता है स्कूल
ग्रामीण महेंद्र प्रताप श्रीवास्तव ने बताया कि गांव के दो मजरेपूरे गोडियन व पूरे पासी आने जाने के लिए कच्चे रास्ते का निर्माण भी अब तक नहीं हो पाया है। गांव के बच्चे स्कूल जाने के लिए नाले को पार करते हैं जिसमें उनके कपड़े गीले हो जाते हैं। गांव के कई बच्चों ने रास्ता ना होने से अपनी पढ़ाई तक छोड़ दी है। इस रास्ते पर पुल का निर्माण हो जाए तो लोगों को किसानों को फायदा होगा मगर इस गांव के लोगों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीण विनोद मिश्रा कहा कि आजादी के बाद से कई नेता चुनाव में वोट मांगने के लिए आये। नेताओ ने चुनाव जीतने के बाद पुल बनाने का आश्वासन भी दिया पर चुनाव जीतने के बाद कोई भी नेता इधर देखने नहीं आता है।
स्मृति ईरानी ने कहा DM से करूगी बात
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मामले अभी सामने आया है। इस मामले में अमेठी के जिलाधिकारी से बात करूंगी और जल्दी ही गांव में पुल का निर्माण कराया जायेगा।
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