पुलिस भर्ती से पहले खलनायक बने परीक्षार्थी, चौरी-चौरा एक्सप्रेस के एसी कोच के तोड़े 42 शीशे
कानपुर। पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने जा रहे परीक्षार्थियों ने चौरी-चौरा एक्सप्रेस के एसी कोच में जमकर तोड़फोड़ की। परीक्षार्थियों ने कोच अटेंडेंट के साथ भी जमकर मारपीट की। यह घटना गोरखपुर से देवरिया के बीच हुई है। ट्रेन जब कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची तो उन बोगियों की हालत जनरल से भी बदतर थी। इन एसी कोच में यात्रियों को दोबारा भेजना जोखिम भरा था। ऐसे में रेलवे ने ट्रेन के चार एसी बोगियों में तीन कोच को बदला। इसके बाद ट्रेन गोरखपुर के लिए रवाना हुई।
जानकारी के अनुसार, चौरी-चौरा एक्सप्रेस 12 बजे के करीब गोरखपुर से चली थी। तभी पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने जा रहे परीक्षार्थियों की भीड़ एसी बोगियों में घुस गई। दीलिप कुमार ने बताया कि बीना टिकट के एसी कोच में बैठने के लिए परीक्षार्थियों ने रेलवे कर्मचारियों, कोच अटेंडेंट के साथ मारपीट की। उन्होंने सवारियों का सामान भी उठाकर बाहर फेंक दिया। एक्सप्रेस ट्रेन में भीड़ इस कदर हो गई कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया था। भीड़ की वजह से एक्सप्रेस ट्रेन में एसी कूलिंग नहीं कर पा रहा था। तब परीक्षार्थियों ने गोरखपुर कैंट से लेकर देवरिया स्टेशन के पहले तक लाठी, डंडों और पत्थरों से ट्रेन के भीतर से सभी एसी बोगियों के 42 शीशों को तोड़ दिए।
ट्रेन साढ़े पांच घंटे की देरी से शाम 5:16 बजे सेंट्रल आई। यहां पर आधे घंटे तक ट्रेन खड़ी रही। एसी मेकैनिक एके अरोड़ा, कोच अटेंडेंट के साथ आरपीएफ ने यात्रियों से पूछताछ की। इसमें चार एसी कोचों में एसी सेकेंड और एसी थर्ड का संयुक्त कोच ए-1 के अलावा किसी में एसी काम करता नहीं मिला। ट्रेन शाम 6:07 बजे अनवरगंज पहुंची। वहां से गोरखपुर वापसी के दौरान सेंट्रल स्टेशन पर तीन बोगियों (एक एसी सेकेंड और दो एसी थर्ड कोच) को बदला गया। ट्रेन रात नौ बजे रवाना हुई। कैरिज एंड वैगन के कानपुर प्रभारी राहुल चौधरी ने बताया कि एसी बोगियां सिर्फ नाम की रह गई हैं। बिना बदले यात्रियों की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं हो सकता है। चार में तीन बोगियों को अनुपयोगी घोषित कर उनकी जगह पर नए एसी कोच लगाए गए हैं।