कैबिनेट मंत्री सतीश महाना बने आयुष्मान योजना के लाभार्थी, एलॉट हुआ आईडी नंबर
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गरीब परिवारों के लिए आयुष्मान योजना की शुरुआत की थी। अब शुरुआती दौर में ही इस योजना में बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और उनके परिवार को आयुष्मान योजना का लाभार्थी बना दिया है। केन्द्र सरकार ने अति निर्धनों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने के लिए कुछ दिन पहले ही इस योजना की शुरूआत की है। सतीश महाना ने अपना नाम कटवाने के लिये जिला प्रशासन को पत्र लिखा है और पूरे मामले की जांच की बात कही है। गरीबों के लिए शुरु की गई आयुष्मान भारत योजना में इसी तरह से शहर की कई बड़ी हस्तियों के नाम शामिल बताया जा रहा है। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना का आईडी नंबर (093300273770037015900063) भी एलॉट किया गया है।
कानपुर से पांच बार के विधायक सतीश महाना इस बार प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाकर औद्योगिक विकास विभाग का प्रभार मिला हुआ है। लेकिन उन्हें अपना और अपने परिवार का इलाज कराने के लिये केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना की दरकार है जिसमें लाभार्थी को पांच लाख रूपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलती है। दरअसल महाना को खुद नहीं पता कि उनका नाम आयुष्मान योजना के पात्रों की सूची में कैसे शामिल हो गया। उन्होंने जिला प्रशासन और सीएमओ को पत्र लिखकर सूची से अपना और अपने परिवार का नाम हटाने के लिये पत्र लिखा। इसके अलावा उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि पहले हुए सर्वे में जिनके भी नाम मानकों के विपरीत शामिल किये गये हैं, उन्हें हटाया जाए और इस घालमेल में जो अधिकारी दोषी पाया जाए उसके विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए।
कानपुर जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच बैठाई है। जिलाधिकारी का कहना है की जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि साल 2011 के बीपीएल कार्ड धारक भी आयुष्मान योजना के लाभार्थी बनाना तय हुआ था। इस तरह कानपुर में सवा दो लाख परिवार योजना के पात्र बने। अब देखना होगा कि कैबिनेट मंत्री सतीश महाना की तरह कितने राजनेताओं, पूंजीपतियों और नौकरशाहों के नाम पात्रता सूची के अंदर शामिल मिलते हैं।
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