बसपा MLC महमूद अली की चार गांवों की संपत्ति कुर्क, भ्रष्टाचार के संगीन आरोप के चलते खाते सीज
MLC के खिलाफ अवैध खनन के मामले में 44 करोड़ 74 लाख रुपए की आरसी जारी की गई थी। बकाएदार महमूद अली से बकाया वसूली के लिए दो दिन पहले ही उनकी संपत्ति कुर्क की गई है।
सहारनपुर। अवैध खनन के मामले में बसपा के विधान परिषद सदस्य महमूद अली और उनके बड़े भाई पूर्व एमएलसी हाजी मोहम्मद इकबाल के खिलाफ हो रही कार्रवाई के तहत प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने चार गांवों की भूमि को चिन्हित कर कुर्की की कार्रवाई की है। इसके अलावा दो अन्य बकायादारों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। अवैध खनन को लेकर जारी रिकवरी की वसूली के लिए तहसील बेहट प्रशासन ने बसपा एमएलसी महमूद अली की शाहपुर गड्डा, मिर्जापुर पोल, रहणा और मायापुर गांवों में करीब साढ़े चार हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर उसे कुर्क करने की कार्रवाई की। अभी तक कुर्क की गई संपत्ति से महज तीन करोड़ रुपए की वसूली ही हो पाएगी बाकि रकम की वसूली के लिए तहसील सदर बाजार को रिपोर्ट भेजी गई है।
न्यायालय से अवैध खनन की सीबीआई जांच के आदेश के बाद प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठा रहा है। पिछले दिनों अवैध खनन करने वालों को चिन्हित कर पट्टाधारकों सहित अन्य लोगों के खिलाफ रिकवरी नोटिस जारी किया गया था। विधान परिषद सदस्य महमूद अली खनन पट्टाधारक थे और उनके खिलाफ आरसी जारी की गई थी। एमएलसी के खिलाफ अवैध खनन के मामले में 44 करोड़ 74 लाख रुपए की आरसी जारी की गई थी। बकाएदार मिर्जापुर पोल निवासी महमूद अली से बकाया वसूली के लिए दो दिन पहले भी मायापुर, रूद्रपुर, रोशनपुर पेलो व अली अकबरपुर गांवों के रकबे में उनकी संपत्ति को चिन्हित कर कुर्क कर लिया था।
रिकवरी की वसूली के लिए बेहट तहसील ने सदर बाजार तहसील को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। उप जिलाधिकारी बेहट युगराज सिंह ने बताया कि अन्य बकाएदार इनाम और दिलशाद के खिलाफ गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए है। उन्होंने बताया की करीब तीन करोड़ की वसूली के लिए जमीनों को कुर्क किया गया है। बाकी रिकवरी के लिए रिपोर्ट प्रशासन को भेजी गई है।
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