VIDEO: बच्चों ने आधे घंटे में वॉट्सअप से कॉपी पर उतार दिया आंसर, रद्द करनी पड़ी बीएससी की परीक्षा
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित चन्द्र शेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में अंग्रेजी का पर्चा लीक होने के बाद बीएससी की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। यहां छात्र परीक्षा कक्ष में मोबाईल फोन लेकर पहुंचे थे और उन्हें पूरा प्रश्नपत्र उत्तरों के साथ व्हाट्सअप पर भेजा गया था। मामले का खुलासा तब हुआ जब छात्र छात्राऐं तीन घण्टे का पेपर आधा घण्टे में हल करके कापी जमा कराने लगे थे। इस घटना के बाद से विश्वविधालय की सुरक्षा और गोपनीयता पर सवालिया निशान लग रहा है।
चन्द्र
शेखर
आजाद
कृषि
विश्वविद्यालय
का
मामला
उत्तर
प्रदेश
के
तीन
कृषि
विश्वविद्यालयों
में
से
एक
चन्द्र
शेखर
आजाद
कृषि
विश्वविद्यालय
में
परीक्षा
को
मजाक
बनाए
जाने
का
एक
बड़ा
खुलासा
हुआ
है।
विश्वविद्यालय
में
14
दिसम्बर
से
परीक्षाएं
करायी
जा
रही
हैं।
आज
बीएसए
एग्रीकल्चर
कोर्स
में
अंग्रेजी
का
पेपर
था,
लेकिन
छात्र
छात्राओं
के
पास
परीक्षा
शुरू
होने
से
आधा
घण्टा
पहले
ही
व्हाट्सअप
पर
पर्चा
पहुंचा
दिया
गया।
उन्हें
सभी
प्रश्नों
के
उत्तर
भी
साथ
भेजे
गए
थे।
सवेरे
नौ
बजे
शुरू
हुई
परीक्षा
को
आधा
घण्टे
बीते
थे
कि
छात्रों
ने
कापियां
जमा
करनी
शुरू
कर
दी।
इससे
एक
प्रोफेसर
को
शक
हुआ
और
उन्होंने
तलाशी
ली
तो
एक
छात्र
के
पास
से
मोबाईल
फोन
पकड़ा
गया।
उसके
मोबाईल
पर
पूरा
प्रश्नपत्र
उत्तरों
के
साथ
मौजूद
था।
इसके
बाद
डीन
ने
जमा
की
गयी
कापियाॅ
जाॅची
तो
सभी
के
उत्तर
एक
जैसे
थे।
इस
खुलासे
के
बाद
विश्वविद्यालय
प्रशासन
ने
सभी
कापियाॅ
सील
करा
दी
और
परीक्षा
निरस्त
कर
दी।
गेस्ट फैकल्टी शक के घेरे में
पेपर लीक मामले में एक गेस्ट फैकल्टी को शक के घेरे में लाया गया है। हालाॅकि यूनीवर्सिटी में एग्जाम पेपर गोपनीय रूप से बनाया जाता है और इसे डीन तक पहुॅचाया जाता है। इस पूरी प्र्रक्रिया में गेस्ट फैकल्टी की कोई भूमिका नहीं होती है। फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन हर बिन्दु की जाॅच कर रहा है। एक चैंकाने वाली बात यह भी है कि किसी भी यूनीवर्सिटी में परीक्षा कक्ष में इलेक्टानिक गजेट्स ले जाने पर मनाई होती है। ऐसे में छात्र अपने साथ मोबाईल फोन लेेकर कैसे पहुॅच सके, इस सवाल का उत्तर विश्व विद्यालय प्रशासन के पास नहीं है। इसी माह की चार तारीख को उपराष्टपति वेंकैयानायडू ने विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में भाग लेकर इसका मान बढ़ाया था और मेधावी छात्र छात्राओं को अपने हाथ से डिग्रियाॅ प्रदान की थी। अब पेपर लीक और मोबाईल फोन पकड़े जाने के मामले से प्रदेश की सबसे बड़ी एग्रीकल्चर यूनीवर्सिटी की साख पर धब्बा लगा दिया है।