BJP जुलाई में शुरू करेगी कमजोर बूथों को मजबूत बनाने का अभियान, जानिए MP MLA को क्या मिला टास्क
लखनऊ, 24 मई: उत्तर प्रदेश में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी ने अपना पूरा फोकस 2024 में होने वाले आम चुनाव पर केंद्रित कर दिया है। दरअसल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार 30 मई को आठ साल पूरे कर रही है और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा संगठन ने सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई योजनाएं तैयार की हैं। उत्तर प्रदेश ने केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई है। लिहाजा अब संगठन स्तर पर सांसदों और विधायकों को भी टास्क पकड़ाया गया है। सूत्रों की माने तो एक सांसद को 100 कमजोर बूथ और विधायक को 25 कमजोर बूथ की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

जुलाई में अपना मिशन शुरू करेगी बीजेपी
पार्टी ने 2014 और 2019 में बेहतर प्रदर्शन किया है। इसलिए चुनौती 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को दोहराने की है। जिसके लिए यूपी बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा मिशन-2024मिशन-2024) और इसके तहत भाजपा विधायक को अपने क्षेत्र के 25 कमजोर बूथों और सांसदों को 100 कमजोर बूथों की जिम्मेदारी दी जाएगी। इतना ही नहीं इसके लिए जून में रिपोर्ट तैयार की जाएगी और पार्टी जुलाई में अपना मिशन शुरू करेगी।

30 मई को आठ साल पूरे कर रही केंद्र सरकार
सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल ने योजना तैयार की है और रविवार को लखनऊ में एक बैठक में उन्होंने कहा कि 30 मई को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के आठ साल पूरे हो रहे हैं और संगठन को भी टास्क दिया जाएगा। केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाना होगा। इसके लिए संगठन के कार्यकर्ताओं बल्कि सांसदों और विधायकों को भी काम करना होगा और लाभार्थियों से संवाद करना होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसदों और विधायकों को भी कार्यकर्ता की भावना से काम करना होगा और यह कार्यक्रम जून तक राज्य में चलेगा और इसके लिए सभी सांसदों और विधायकों को काम करना होगा।

कमजोर बूथों पर ध्यान देंगे विधायक और सांसद
सूत्रों के मुताबिक, विधायक और सांसद अपने-अपने क्षेत्र के कमजोर बूथों पर ध्यान देंगे। ताकि इन बूथों को पार्टी मजबूत कर सके। जून तक कमजोर बूथों की सूची तैयार हो जाएगी और जुलाई से इन बूथों को मजबूत करने का अभियान शुरू हो जाएगा। बंसल ने कहा कि राज्य में पार्टी के हर विधायक को अपने क्षेत्र के 25 सबसे कमजोर बूथों की जिम्मेदारी लेनी होगी। सांसदों के लिए इनकी संख्या 100 निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि जहां पार्टी के विधायक नहीं हैं, वहां पार्टी के एमएलसी या राज्यसभा सांसद यह जिम्मेदारी वहन करेंगे।

बीजेपी कोर कमेटी की हुई थी बैठक
भाजपा और उसके सहयोगियों के विधायकों की बैठक हुई और इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना और पार्टी के प्रदेश महासचिव सहयोगी दलों के अलावा संगठन सुनील बंसल भी शामिल हुए। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र में रहें और ज्यादा से ज्यादा समय केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार में लगाएं।
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