UP BJP को जल्द मिलेगा नया BOSS, अब इन नामों को लेकर चल रही अटकलें
लखनऊ, 23 मई: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी को जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। प्रदेश के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अभी योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में मंत्री बन चुके हैं। इसलिए पार्टी जल्द से जल्द एक नए नेता को जिम्मेदारी सौंपना चाहती है। इसकी वजह ये है कि पार्टी का पूरा फोकस मिशन-2024 पर है। फिलहाल बीजेपी (BJP) के पास नेताओं की बड़ी कतार है, जिन्हें प्रदेश अध्यक्ष का दावेदार माना जा रहा है और अब कई नामों को लेकर चर्चा तेज हो रही है। बताया जा रहा है कि अब दावेदारों में एक केंद्रीय मंत्री और योगी कैबिनेट के एक मंत्री का नाम भी जुड़ गया है।

प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो रहे नए नए नाम
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा चल रही है और इसमें नए नाम जुड़ रहे हैं। तीन नाम जो पार्टी हलकों में बहुत तेजी से उभर रहे हैं। इसमें एक केंद्रीय और एक योगी कैबिनेट मंत्री का नाम भी सामने आ रहा है। जबकि संगठन के नामों पर पहले से ही चर्चा हो रही है। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ लेने के साथ ही नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। लेकिन अभी तक पार्टी ने संगठन की कमान किसी नेता को नहीं सौंपी है। पार्टी के भीतर ब्राह्मण और दलित चेहरों को लेकर भी चर्चा हो रही है क्योंकि पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि लोकसभा चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक इन दोनों वर्गों ने पार्टी को वोट दिया।
बीजेपी में दलित चेहरे पर भी चर्चा
बताया जा रहा है कि संगठन के मुखिया के लिए पार्टी किसी भी दलित चेहरे पर दांव खेल सकती है। क्योंकि इस बार दलित वर्ग ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट दिया है और अब पार्टी की नजर लोकसभा चुनाव पर है। वहीं एक वर्ग ब्राह्मण वर्ग की पैरवी कर रहा है और नेताओं का मानना है कि पिछले दो चुनावों में ब्राह्मण को कमान सौंपी गई थी और नतीजे सबके सामने हैं। इस लिहाज से कई ब्राह्मण नेताओं के नाम पर भी मंथन चल रहा है। जिन नामों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं उनमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और डॉ रमापति राम त्रिपाठी भी शामिल हैं। हालांकि इस लिस्ट में सुब्रत पाठक का नाम भी तेजी से चल रहा है।
चर्चा में आए इन दोनों मंत्रियों के नाम
बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर कई नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं और इसमें दो मंत्रियों के नाम जुड़ गए हैं। इसमें केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा और राज्य के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी का नाम शामिल है। बीएल वर्मा राज्यसभा सांसद हैं जबकि चौधरी विधान परिषद के सदस्य हैं। इसमें बीएल बर्मा की दावेदारी तगड़ी मानी जा रही है। बीजेपी सूत्रों की माने तो बंसल के करीबी बीएल बर्मा को प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। बर्मा लोध विराधरी से आते हैं और पश्चिमी यूपी में इसका अपना जनाधार भी है।
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