राम मंदिर पर मुस्लिमों के समर्थन के लिए BJP नेता ने बिना अनुमति इस्तेमाल की मौलाना की तस्वीर
मौलाना काजमी ने कहा कि उनकी तस्वीर बिना जानकारी और अनुमति के होर्डिंग में इस्तेमाल की गई है। होर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्हें इसका पता चला।
लखनऊ। यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। इसे लेकर लखनऊ में विधानसभा परिसर में लगाई एक होर्डिंग से विवाद खड़ा हो गया। आरोप है कि राम मंदिर बनाने में मुस्लिमों के समर्थन को लेकर बीजेपी नेता कुंवर सैयद इकबाल हैदर ने होर्डिंग में मौलाना डॉ. शहीब अहसान काजमी की तस्वीर बिना अनुमति के इस्तेमाल की है।
मौलाना काजमी ने कहा कि उनकी तस्वीर बिना जानकारी और अनुमति के होर्डिंग में इस्तेमाल की गई है। होर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्हें इसका पता चला। होर्डिंग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ बीजेपी के दूसरे नेताओं की तस्वीर भी लगी है। मौलाना काजमी की तस्वीर भी होर्डिंग में लगी हुई है। Read Also: बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर क्या बोलीं मुलायम की छोटी बहू?
होर्डिंग पर एक नारा लिखा गया है- 'हो जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण, मुस्लिमों का यही अरमान'। मौलाना काजमी पुणे में रहते हैं और धर्मगुरु हैं। उन्होंने कहा कि उनकी तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा, 'मैंने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। मामला सुप्रीम कोर्ट में है और वहां से जो फैसला आएगा मुझे मंजूर होगा।'
होर्डिंग में राम की तस्वीर के साथ एक मंदिर की तस्वीर और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी तस्वीर है। होर्डिंग लगाने वाले बीजेपी नेता के फेसबुक पेज के मुताबिक वह राम मंदिर के समर्थन में कैंपेन चला रहे हैं। उधर, मौलाना काजमी ने बिना अनुमति के तस्वीर इस्तेमाल किए जाने के आरोप में पुलिस से शिकायत की है।