भगवामय हुई धर्मनगरी मथुरा और काशी, सभी सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने दर्ज की धमाकेदार जीत
लखनऊ, मार्च 10। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर अब लगभग स्पष्ट हो गई है। भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ यूपी में फिर से सरकार बनाने जा रही है। इसी के साथ यूपी में एक यह इतिहास कई सालों बाद बन रहा है कि किसी पार्टी की सरकार प्रदेश में दोबारा सत्ता में वापसी कर रही है। बात करें धर्मनगरी अयोध्या, काशी और मथुरा की तीनों ही जिलों में बीजेपी के उम्मीदवार बहुत बड़े अंतर से जीत दर्ज कर चुके हैं। मथुरा और काशी की कुल 13 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के ही उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। हालांकि काशी की एक सीट पर पहले सपा का उम्मीदवार आगे था, लेकिन वहां भी अब बीजेपी ने जीत दर्ज कर ली है।

मथुरा की सभी 5 सीटों पर जीती बीजेपी
- बात करें मथुरा की तो यहां सभी 5 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। इनमें सबसे पहले मथुरा से योगी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा का नाम है, जिन्होंने करीब 1 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप माथुर को हराया है।
- मथुरा की दूसरी अहम सीट गोवर्धन से बीजेपी उम्मीदवार मेघश्याम ने 25 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है। उन्होंने बीएसपी के राजकुमार रावत को हराया है।
- मथुरा की तीसरी अहम सीट है बलदेव, जहां से बीजेपी उम्मीदवार पूरन प्रकाश ने आरएलडी की बबीता देवी को 25 हजार से अधिक मतों से हरा दिया है।बीएसपी के अशोक कुमार यहां तीसरे नंबर पर रहे हैं।
- मथुरा की छाता विधानसभा सीट से कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण ने करीब 48 हजार वोटों से आरएलडी के तेजपाल सिंह को हरा दिया है।
- इसके अलावा मथुरा की मांट विधानसभा सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है, जहां बीएसपी के श्याम सुंदर शर्मा को बीजेपी उम्मीदवार राजेश चौधरी ने 10 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया है।श्याम सुंदर शर्मा इस विधानसभा सीट से पिछले 8 बार से विधायक थे।

काशी की सभी 8 सीटों का हाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सभी 8 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है।
- काशी की सेवापुरी सीट पर बीजेपी के नील रत्न सिंह ने समाजवादी पार्टी के सुरेंद्र पटेल सिंह को 22 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया है। तीसरे स्थान पर बीएसपी के अरविंद कुमार त्रिपाठी रहे हैं।
- वाराणसी कैंट पर 1991 से भाजपा का कब्जा है। इस सीट पर 1991 से कभी बीजेपी इस सीट पर नहीं हारी है। 2022 के चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार सौरभ श्रीवास्तव ने इस सीट पर धमाकेदार जीत दर्ज की है। उन्होंनेसमाजवादी पार्टी की पूजा यादव को 85 हजार से अधिक वोटों से हराया है।
- वाराणसी नॉर्थ से बीजेपी उम्मीदवार रविंदर जयसवाल ने 40 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की है। समाजवादी पार्टी के अश्फाक यहां से दूसरे स्थान पर रहे हैं और बीएसपी कैंडिडेट श्याम प्रकाश तीसरे स्थान पर रहे हैं।
- वाराणसी दक्षिण भी 1996 से भाजपा का गढ़ है। इस बार यहां से बीजेपी के उम्मीदवार नीलकंठ तिवारी नेसपा के किशन दीक्षित को 10 हजार से अधिक वोटों से हराया है।
- पिंडरा विधानसभा सीट पर भी बीजेपी उम्मीदवार अवधेश कुमार सिंह ने जीत दर्ज की है। अवधेश कुमार सिंह ने बीएसपी के बाबूलाल को 40 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया है।
- वाराणसी की अजागरा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार त्रिभुवन राम 58 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत गए हैं। वहीं दूसरे स्थान पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सुनील सोनकर हैं, जो करीब 91000 वोट पाए हैं।
- काशी की रोहनिया सीट पर अपना दल के सुनील पटेल जीत गए हैं। उन्होंने अभय पटेल को 30 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया है।
- शिवपुर सीट से कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर 25 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत गए हैं। यहां दूसरे स्थान पर अरविंद राजभर रहे हैं।

मथुरा में योगी तो काशी में मोदी ने किया था धुंआधार प्रचार
आपको बता दें कि धर्मनगरी मथुरा और काशी में सीएम योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबरदस्त प्रचार किया था। सीएम योगी ने मथुरा तो वहीं पीएम मोदी ने काशी में चुनावी सभाएं और रोड शो निकाले थे। 2017 के चुनाव में बीजेपी ने मथुरा में 5 में से 4 सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन इस बार तो लग रहा है कि सभी पांचों सीटों पर बीजेपी का कब्जा होगा। यह जीत कहीं न कहीं सीएम योगी के चेहर पर ही, क्योंकि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद से करीब 20 बार मथुरा की यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने मथुरा के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया था।