एक ग्राउंड पर ही एक तरफ बीजेपी जिंदाबाद तो दूसरी तरफ मुर्दाबाद
जिस ग्राउंड पर बीजेपी के दो-दो मंत्री मौजूद थे, उसी ग्राउंड पर पिछले 17 दिनों से महिलाएं धरने पर बैठी थी। बीजेपी के दो-दो मंत्री यहां आए लेकिन किसी ने इनकी बात नहीं सुनी।
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में एक ऐसा नजारा दिखा जिसे देखकर आप यही कहेंगे कि नेता चाहे सपा का हो, बसपा का हो, कांग्रेस या फिर बीजेपी का हो लेकिन जनता की याद सबको सिर्फ चुनाव के वक्त ही आती है। बीजेपी के नेता ऐसे हैं कि उनको चुनाव के वक्त भी जनता की याद नहीं आती है। जिस ग्राउंड पर बीजेपी के दो-दो मंत्री मौजूद थे, उसी ग्राउंड पर पिछले 17 दिन से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन चल रहा था लेकिन दोनो मंत्रियों में एक भी मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से मिलने की जहमत तक नहीं उठाई। इस ग्राउंड पर दो मंत्रियों के शोर में इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आवाज दबकर रह गई तो वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वो निकाय चुनाव का बहिष्कार कर देगी।
एक मैदान में टकराईं दो आवाजें
दरअसल हम बात कर रहे हैं खिरनीबाग रामलीला मैदान की जहां बीजेपी प्रत्याशी और जितिन प्रसाद की भाभी के नामांकन के बाद रामलीला में एक योगी के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना तो एक मोदी के मंत्री कृष्णा राज मौजूद थीं। इस दौरान सुरेश कुमार खन्ना ने जनता से विकास को लेकर वादे भी किए लेकिन इसी मैदान पर एक भव्य पंडाल बीजेपी का लगा था तो वहीं दूसरी तरफ पंडाल था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का जो पिछले 17 दिन से न्याय की आस में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है। चारों तरफ बीजेपी के लाउडस्पीकर लगे थे। जमकर बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में नारेबाजी लग रही थी और मंत्री जी जनता को संबोधित कर रहे थे।
एक तरफ जिंदाबाद तो दूसरी तरफ मुर्दाबाद
दो मंत्रियों के शोर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आवाज दबाकर रख दी। एक तरफ बीजेपी जिंदाबाद के नारे लग रहे थे तो दूसरी तरफ बीजेपी मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे लेकिन दोनों में से एक भी मंत्री की नजर इस पंडाल में बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर नहीं पड़ी। खास बात ये है कि जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू की तो बीजेपी के नगर अध्यक्ष आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे और उनको चुप रहने की सलाह दी। जिससे नाराज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनकी एक ना सुनी और जमकर नारेबाजी होती रही।
17 दिनों से इंतजार में थे पीड़ित, आकर यूं ही लौट गए दो-दो मंत्री
वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वो पिछले 17 दिन से इस मैदान पर धरना प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि इस मैदान पर दो मंत्री मौजूद रहे। जिसमें एक योगी के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और दूसरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्री कृष्णा राज मोजूद थे। दोनों मंत्रियों में से एक मंत्री तो हमारी समस्या सुनने आएगा लेकिन किसी ने भी उनकी सुध नही ली। योगी आदित्यनाथ ने चुनाव से पहले कहा था कि अगर बीजेपी सरकार प्रदेश में बनती है तो सबसे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कल्याण करेंगे। ये सिर्फ कोरे आश्वासन थे, इससे अच्छी तो सपा सरकार थी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें चुनाव से पहले नहीं मानी गईं तो वो निकाय चुनाव में वोट नहीं डालेंगी। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चुनाव का बहिष्कार करेंगी।