68500 टीचर भर्ती से खत्म हो सकता है कटऑफ, बढ़ाया जा सकता है मानदेय
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में 68500 टीचर भर्ती की अगली लिखित परीक्षा में बड़ा बदलाव किया जाएगा। यह बदलाव शिक्षा मित्रों के लिए विशेष तौर पर किया जा रहा है। ताकि समायोजन रद्द होने के बाद परेशान शिक्षा मित्रों को बड़ी संख्या में सरकारी टीचर की नौकरी दी जा सके। कमेटी ने मांग की है कि जब तक समायोन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती शिक्षामित्रों का मान देय बढ़ा दिया जाए।
उत्तर प्रदेश शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और शिक्षामित्रों के लिए टीचर भर्ती में दूसरे विकल्प को भी शुरू करने की मांग की गई। जिस पर उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने अगली टीचर भर्ती में कटऑफ अंक को खत्म करने का आश्वासन दिया है।
आश्वासन के बाद टीचर भर्ती में टीईटी पास कर लिखित परीक्षा में बैठने वाले शिक्षामित्र की नौकरी लगभग पक्की हो जाएगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि शिक्षा मित्रों को उम्र सीमा में छूट के साथ वेटेज अंक भी दिया जाएगा और लगभग 25 अंक तक उनके अंकों में बढ़ोतरी हो जाएगी। ऐसे में उनका मेरिट में आना व नौकरी मिलना लगभग तय माना जाएगा। फिलहाल शिक्षामित्रों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या होगी वह टीईटी पास करना उसके बाद ही शिक्षक भर्ती में बैठेंगे। जबकि इस बदलाव के बाद मेरिट में आने वाले लोगों के बीच शिक्षामित्रों की फाइट होगी। हालांकि इस फाइट में वेटेज अंक सीधे तौर पर शिक्षामित्रों को बढ़त दिला देंगे और उनका नौकरी पाना लगभग आसान होगा।
क्या
हुई
बातचीत
शिक्षामित्रों
की
हाई
पावर
कमेटी
की
बैठक
में
उपमुख्यमंत्री
डॉ.
दिनेश
शर्मा
ने
मौजूदा
68500
शिक्षक
भर्ती
में
सरकार
की
ओर
से
हाईकोर्ट
में
कटऑफ
कम
करने
के
लिए
पुनर्विचार
याचिका
दायर
करने
की
जानकारी
भी
साझा
की
है।
कमेटी
ने
सरकार
से
मांग
की
है
कि
शिक्षामित्रों
को
गैर
शैक्षिक
संवर्ग
में
समायोजित
किया
जाए
और
जब
तक
समायोजन
की
प्रक्रिया
पूरी
नहीं
हो
जाती
शिक्षामित्रों
का
मानदेय
बढ़ा
दिया
जाए।
साथ
ही
सेवाकाल
62
वर्ष
तक
हो
और
टीईटी
से
छूट
भी
दी
जाये।
मीडिया
प्रभारी
शिवपूजन
सिंह
ने
बताया
कि
सरकार
की
ओर
से
शिक्षामित्रों
को
पूरी
तरह
से
आश्वस्त
किया
गया
है
कि
उनकी
समस्या
का
निदान
कर
दिया
जाएगा।