भीम आर्मी चीफ ने अयोध्या धर्मसभा पर इन दलों के खिलाफ उगली आग, चुनावों में करेंगे मायावती को सपोर्ट
अयोध्या। अयोध्या पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने यहां हुई धर्मसभा पर तीखी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे और भाजपा सरकार निशाना साधा। मुस्लिमों के अयोध्या से पलायन की बातें कीं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी सांप्रदायिक ताकतों से निपटना है, तो एक मजबूत गठबंधन बनाना होगा। बसपा सुप्रीमो मायावती का सपोर्ट करना होगा और उनकी अगुवाई में अगला लोकसभा चुनाव लड़ना होगा।''
'चाहता
हूं
भाजपा
को
हराने
मजबूत
गठबंधन
हो'
चंद्रशेखर
ने
कहा,
''भाजपा
विवादों
की
जड़
है।
ऐसे
संप्रदायिक
ताकतों
को
हराने
के
लिए
मेरा
प्रयास
रहेगा
कि
एक
मजबूत
गठबंधन
हो।
बीजेपी
कहती
है
कि
वह
संविधान
बदलने
आए
हैं,
लेकिन
हम
ऐसी
सरकार
बनाएंगे
जो
संविधान
को
माने।
संविधान
के
अनुसार
चले।
ओबीसी,
एसटी-एससी
में
जितना
भी
बिखराव
था,
सब
2
अप्रैल
के
आंदोलन
में
एक
हो
गए
थे।
2
अप्रैल
के
आंदोलन
में
ओबीसी
भाइयों
ने
हमारा
बहुत
सहयोग
किया।
जो
संविधान
में
विश्वास
रखते
हैं
वो
सब
एकजुट
हो
रहे
हैं।'
'नाकामयाबी
छुपाने
के
लिए
नाटक
हो
रहे
हैं'
बकौल
चंद्रशेखर
,
नाकामयाबी
छुपाने
के
लिए
सत्ताधारी
दल
द्वारा
नाटक
हो
रहा
है।
अब
वे
भाग
कर
भगवान
राम
की
शरण
में
आए
हैं।
भगवान
राम
सबके
हैं,
वह
सब
की
सुनते
हैं।
उद्धव
ठाकरे
के
कार्यक्रम
व
धर्मसभा
को
लेकर
मुझे
जो
न्यूज़
मिल
रही
थीं,
सब
पर
मैंने
निगाह
रखीं।
इस्लाम
धर्म
के
लोगों
का
यहां
से
पलायन
हो
रहा
है।
अयोध्या
का
शांत
माहौल
कुछ
ये
लोग
ही
खराब
कर
सकते
हैं।
ऐसी
सूचना
मिलने
के
के
बाद
वास्तविकता
जानने
के
लिए
मैंने
अयोध्या
आने
का
निर्णय
लिया
है।
'माया
को
करें
सपोर्ट'
भीम
आर्मी
की
ताकत
का
जिक्र
करते
हुए
चंद्रशेखर
ने
आगे
कहा
कि
मैं
अपने
लोगों
से
अपील
करुंगा
कि
वह
मायावती
के
नेतृत्व
में
चुनाव
लड़ें।
सांप्रदायिक
पार्टी
को
हानि
पहुचाने
का
काम
करें।
भाजपा
जैसे
संप्रदायिक
ताकतों
को
हराने
के
लिए
मेरा
प्रयास
रहेगा
की
एक
मजबूत
गठबंधन
हो।
अगला
लोकसभा
चुनाव
बहनजी
के
लिए
भी
लड़ा
जाए।
मगर,
हमारा
संगठन
लोकसभा
चुनाव
में
खुद
भागीदार
नहीं
रहेगा,
हमारा
काम
है
बसपा
के
लिए
लोगों
को
जागृत
करना।
उनके
अधिकारों
के
प्रति
उनको
एकजुट
करना।
सुरक्षा
व्यवस्थाएं
हुईं
सख्त
वहीं,
शहर
में
चंद्रशेखर
के
आने
पर
जिला
प्रशासन
ने
सुरक्षा
व्यवस्थाएं
बढ़ा
दीं।
चंद्रशेखर
पर
कई
मुकदमे
थे
और
उन्होंने
काफी
समय
जेल
में
बिताया
है।
उनकी
मौजूदगी
को
लेकर
पुलिस
के
अलावा
एजेंसियां
भी
सतर्क
रहीं।
वहीं,
चंद्रशेखर
ने
सिटी
मजिस्ट्रेट
से
मुलाकात
की।