उप-चुनाव में किस्मत आजमाएगी बसपा, सभी आठ सीटों पर उतारेगी अपना कैंडिडेट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आठ विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी पार्टियां अपने-अपने पक्ष में राजनीतिक समीकरण बनाने में जुट गई है। इसी बीच, बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी आठ सीटों पर होने पर उप-चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएगी। बसपा ने यूपी की सभी आठों सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बता दें, यूपी की जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उसमें से छह बीजेपी और दो समाजवादी पार्टी के कब्जे वाली हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा में रिक्त हुई आठ विधानसभा सीटों में फिरोजाबाद जिले की टुण्डला, उन्नाव में बांगरमऊ, रामपुर में स्वार, बुलंदशहर जिले में बुलंदशहर सदर, जौनपुर में मल्हनी, कानपुर नगर में घाटमपुर और अमरोहा में नौगावां सादात और देवरिया मे देवरिया सदर सीट शामिल हैं। इनमें पांच विधानसभा सीट विधायकों के निधन से रिक्त हुई हैं। तो वहीं दो विधायकों की सदस्यता खत्म हो गई है। तीसरी सीट पर मामला कोर्ट मे होने के कारण समय पर उपचुनाव नहीं हो पाया था।
2017 के चुनावों में छह सीटों पर भाजपा न, तो दो पर सपा ने जीत हासिल की थी। फिलहाल की परिस्थियों को देखते हुए ये सीटें विधानसभा में पक्ष व विपक्ष की संख्या ही नहीं बढ़ाएंगे। बल्कि प्रदेश में बह रही सियासी बयार का रुख भी बताएंगे। यही वजह है कि बसपा प्रमुख मायावती उत्तर प्रदेश की सभी आठ सीटों पर उपचुनाव लड़ने की तैयारी में है। हालांकि, बसपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, क्योंकि एक भी सीट उसके पास नहीं थी। ऐसे में उपचुनाव लड़कर अपनी सियासी ताकत को आजमा सकती है।
वहीं, सपा और कांग्रेस भी उपचुनाव के लिए पूरी तरह से कमर कस चुके हैं। कांग्रेस ने सभी आठों सीटों पर उम्मीदवारों के चयन के लिए एक कमेटी भी बुधवार को गठित की है। तो वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने उपचुनाव वाले क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को प्रशिक्षण कार्यशाला अयोजित की थी। इस दौरान उन्होंने मतदाता सूचियों को दुरस्त कराने के साथ संभावित उम्मीदवारों के नामों पर भाजपाइयों का मन टटोलने का काम किया है।
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