एकसाथ बीमार हुईं आश्रम पद्धति की 24 छात्राएं, सामने आया विद्यालय का 'काला सच'
बहराइच। राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं की सेहत के से खिलवाड़ किया जा रहा है। मंगलवार को विद्यालय में हलवा खाने के बाद तकरीबन 24 छात्राएं बीमार हो गईं। हालत गंभीर होने पर कुछ छात्राओं को निजी चिकित्सक के यहां उपचार के लिए भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही एडीएम व एसडीएम सदर विद्यालय पहुंच गए। छात्राओं ने दोनों अधिकारियों से विद्यालय में फैली अराजकता की शिकायत की। गुणवत्तापरक भोजन न मिलने के विरोध में कुछ छात्राओं ने भूख हड़ताल भी कर रखा है। एडीएम ने जिम्मेदारों को तीन दिन के अंदर व्यवस्था में सुधार लाने की चेतावनी दी है। भोजन छोड़ने वाली छात्राओं को समझाया-बुझाया।
बहराइच-नानपारा हाइवे पर रिसियामोड़ स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में 354 छात्राएं पंजीकृत हैं। विद्यालय की छात्राओं को रहने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था पर हर माह सरकार लाखों रुपये खर्च कर रही है। इसके बाद भी उनकी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। सुबह छात्राओं को नाश्ते में हलवा परोसा गया। इसे खाकर लगभग 24 छात्राएं बीमार हो गईं।
मामले को दबाने के लिए विद्यालय प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को सूचना नहीं दी। चार छात्राओं की हालत गंभीर होने पर उन्हें निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया। इसके बाद दूषित हलवा खाकर छात्राओं के बीमार होने का मामला उजागर हुआ। सूचना मिलते ही एडीएम राम सुरेश, एसडीएम जुबेर बेग के साथ विद्यालय पहुंच गए। छात्राओं ने एडीएम को बताया कि उन्हें भोजन में कीड़े, दाल व सब्जी कम होने पर नल से पानी मिलाकर परोस दिया जाता है। भोजन बेस्वाद रहता है।
एक माह का समय पूरा होने के बाद भी छात्राओं का न तो ड्रेस दिया गया न जूता, मोजा, तेल, साबुन, कंघा आदि जरूरी सामान उन्हें उपलब्ध कराया गया है। विद्यालय में तैनात फार्मासिस्ट आलोक तिवारी हर मर्ज की एक दवा ही देते रहते हैं। अधिकारियों की जांच में फार्मासिस्ट गायब मिले। विद्यालय में पीने के लिए जो पानी छात्राओं को मुहैया कराया जाता है वह भी प्रदूषित होता है। छात्राओं की बात सुनकर एडीएम ने प्रधानाचार्य अरुण कुमार मिश्रा को फटकार लगाई। एडीएम ने तीन दिनों के भीतर व्यवस्था को दुरस्त करने का निर्देश दिए। एडीएम ने बताया कि मामले की जांच की गई है। रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। डीएम के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
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