यूपी: सीएम योगी के बयान के बाद अनुसूचित जनजाति आयोग ने हनुमान जी पर ठोका अपना दावा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भगवान हनुमान को दलित बताने पर वे चौतरफा घिर गए हैं। सीएम योगी ने राजस्थान में एक जनसभा के दौरान भगवान हनुमान को दलित बताया था। इस मामले में अब सीएम योगी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने शुक्रवार को इस मामले में एक बयान दिया है। अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने हनुमान जी पर अपना दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा कि अनूसूचित जाति में हनुमान गोत्र होता है। हनुमान जी वनवासी थे। नंद कुमार साय ने कहा कि हनुमान जी अनुसूचित जनजाति के थे।
बता दें कि राजस्थान के अलवर में एक रैली के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बयान दिया था। सीएम योगी ने कहा कि हनुमान जी दलित और वंचित हैं। राजस्थान के अलवर में मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि 'बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं, जो स्वयं वनवासी हैं, निर्वासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं। भारतीय समुदाय को उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरब से पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंगबली करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी के इस बयान पर जबरदस्त राजनीतिक बवंडर मचा हुआ है। एक तरफ जहां विपक्ष के नेता इस पूरे मामले की आलोचना करने के साथ सीएम योगी को जवाब दे रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर भी योगी जी की जबरदस्त किरकिरी हो रही है। लोग इस बयान के माध्यम से यूपी के सीएम का खूब मजाक बना रहे है। इस मामले में तरह-तरह के कार्टून बनाकर लोगों द्वारा शेयर किया जा रहा हैं।
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