बाबरी विध्वंस: समर्पण करने CBI अदालत पहुंचे वेदांती समेत 4 लोग
बाबरी विध्वंस में सु्प्रीम कोर्ट ने 13 वरिष्ठ भाजपा नेताओं के खिलाफ सुनवाई करने का फैसला बीते महीने ही सुनाया था।
नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस मामले में नया मोड़ आया है। शनिवार को मामले से जुड़े 5 लोग लखनऊ स्थित केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की स्पेशल अदाल खुद को सरेंडर करने पहुंचे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार राम विलास वेदांती, चंपत राय , बीएल शर्मा , महंत नृत्य गोपाल दास और धर्मदास शनिवार को सीबीआई की अदालत आत्मसमर्पण करने पहुंचे।
कोर्ट ने कहा था
बता दें कि 19 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बाबरी विध्वंस मामले में उसे ढहाने की साजिश में भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह समेत 13 नेताओं पर साजिश का मुकदमा चलाए जाने को मंजूरी दी थी।
इसे लेकर सीबीआई ने इन सभी के खिलाफ आपराधिक साजिश का केस चलाने की अपील की थी। 25 साल पुराने इस मामले में इससे पहले 7 अप्रैल को कोर्ट ने मामले पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मेरे आदेश पर तोड़ा गया ढांचा
हालांकि फैसला आने के करीब एक हफ्ते बाद ही 25 अप्रैल को यूपी के प्रतापगढ़ से सांसद रहे वेदांती ने कहा था कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर तोड़ा गया था,उन्होंने ही कार सेवकों को ढांचा तोड़ने के आदेश दिये थे और उनके इस करनी में वीएचपी के दिवंगत नेता अशोक सिंघल और महंत अवैधनाथ शामिल थे।
इसलिए अगर सजा देनी है तो मुझे दी जाए। अगर उन्हें इस बात के लिए फांसी पर भी लटका दिया जाता है तो उन्हें कोई अफसोस नहीं होगा।
गौरतलब है कि कोर्ट ने जिन 13 लोगों के खिलाफ केस चलाने की बात कही है, उनमें से 3 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। अदालत ने दो साल के अंदर सुनवाई पूरी करने समेत कई बड़े फैसले किए हैं।
बाबरी मस्जिद विध्वंस का मामला दरअसल 6 दिसंबर 1992 का है, जब हजारों की संख्या में कारसेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद के विवादित ढ़ांचे को गिरा दिया था। जिसके बाद बाद देश भर में सांप्रदायिक दंगे हुए थे।
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