सीएम योगी के पिता के अंतिम संस्कार में जा रहीं मौसी को उत्तराखंड पुलिस ने रोका, सहारनपुर डीएम ने सुलझाया मामला
लखनऊ। उत्तर प्र्देश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन सोमवार को दिल्ली के एम्स में हुआ। वो 89 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उत्तराखंड में पौड़ी इलाके के जनपद यमकेश्वर के पंचूर गांव में उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। हलांकि लॉकडाउन को देखते हुए बेटे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे कर्तव्यबोध और जनहित में अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे। वहीं उनकी मौसी सरोज देवी सहारनपुर से जब पंचूर गांव के लिए निकली तो उत्तराखंड पुलिस ने उनको सीमा पर रोक लिया।
सरोज
देवी
को
वापस
लौटना
पड़ा
सहारनपुर
निवासी
मौसी
सरोज
देवी
को
जब
उत्तराखंड
पुलिस
ने
रोका
तो
वो
भावुक
हो
गईं।
सरोज
देवी
के
मुताबिक,
उन्होंने
उत्तराखंड
पुलिस
को
पास
दिखाया
जिसे
सहारनपुर
के
डीएम
ने
जारी
किया
था।
लेकिन
वे
नहीं
माने।
पौड़ी
के
रिश्तेदारों
से
मोबाइल
के
जरिए
बात
कराने
की
कोशिश
भी
असफल
रही।
जब
उत्तराखंड
पुलिस
ने
प्रवेश
नहीं
करने
दिया
तो
उनको
वापस
लौटना
पड़ा।
।
इसके
बाद
सहारनपुर
डीएम
ने
दूसरा
पास
जारी
किया।
उत्तराखंड
के
पुलिस
अधिकारियों
के
साथ
बात
करने
के
बाद
सरोज
देवी
को
पंचूर
जाने
की
अनुमति
मिल
पाई।
सहारनपुर
डीएम
अखिलेश
सिंह
ने
कहा
कि
मामले
को
सुलझा
लिया
गया
है।
सरोज
देवी
नए
पास
पर
पंचूर
गई
हैं।
सीएम
योगी
ने
कहा-
अंतिम
दर्शन
न
कर
सका...
जब
सीएम
योगी
आदित्यनाथ
को
पिता
के
निधन
की
सूचना
मिली
तो
वह
कोरोना
महामारी
को
लेकर
अधिकारियों
के
साथ
बैठक
कर
रहे
थे।
इसके
बाद
सीएम
योगी
ने
पिता
को
श्रद्धांजलि
देते
हुए
शोक-संदेश
जारी
किया।
उन्होंने
कहा
कि
वह
लॉकडाउन
के
बाद
ही
उनके
दर्शनार्थ
जा
पाएंगे।
उन्होंने
कहा
कि
अन्तिम
क्षणों
में
उनके
दर्शन
की
हार्दिक
इच्छा
थी
लेकिन
लॉकडाउन
की
सफलता
के
लिए,
जनहित
को
आगे
बढ़ाने
के
लिए,
कर्तव्यबोध
के
कारण,
महामारी
कोरोना
को
परास्त
करने
की
रणनीति
में
लगे
रहने
की
वजह
से
पिता
के
अंतिम
संस्कार
में
भाग
नहीं
ले
पाएंगे।
साथ
ही
उन्होंने
कहा
कि
पूज्यनीया
मां,
पूर्वाश्रम
से
जुड़े
सभी
सद्स्यों
से
अपील
है
कि
लॉकडाउन
का
पालन
करते
हुए
कम
से
कम
लोग
अंतिम
संस्कार
कार्यक्रम
में
रहें।