यूपी के इस शहर में घंटाघर से पैदल कचहरी तक चलकर गए थे अटल जी, ये थी वजह?
मिर्जापुर। भारत रत्न देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व ऐसा था कि उन्हें हर वर्ग के लोगों से लगाव रहा। मिर्जापुर जिले से भी उनका खासा लगा रहा। 1980 के दशक में लोकसभा चुनाव की जनसभा में वे मिर्जापु आए थे। ऐतिहासिक घण्टाघर मैदान में उनकी जनसभा हो रही थी। वहां उन्हें भाजपा नेताओं ने यह बताया कि तत्कालीन जिला प्रशासन निष्पक्ष चुनाव नहीं कराएगा।
भाजपा के नेताओं की शिकायत को नजर अंदाज किया जा रहा है। इस बात को सुनकर अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जनसभा को संबोधित करने के बाद एक आम कार्यकर्ता की तरह कचहरी तक पैदल चल गए। उनके पीछे-पीछे जनसलाब मिर्जापुर की सड़क पर निकल पड़ा था। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में अतिरिक्त जिलाधिकारी ने उनसे मिलकर निष्पक्ष चुनाव कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद अटल जी वहां से वापस लौटे।
जब
अलटजी
ने
पत्रकारों
से
कहा
कांग्रेसी
विचार
धारा
के
हो
क्या
?
अटल
बिहारी
बाजपेयी
कानपुर
से
कालका
मेल
से
वर्ष
1990
में
कोलकाता
में
आयोजित
पार्टी
के
अधिवेशन
में
भाग
लेने
जा
रहे
थे।
इसकी
जानकारी
होने
पर
पत्रकारों
को
हुई।
वे
इलाहाबाद
स्टेशन
पर
कालका
मेल
में
अटल
जी
का
इंटरव्यू
लेने
पहुंचे
गए।
एसी
प्रथम
श्रेणी
में
वर्तमान
गृहमंत्री
राजनाथ
सिंह
के
अलावा
वर्तमान
विदेश
मंत्री
सुषमा
स्वराज,
दिवंगत
पार्टी
के
वरिष्ठ
नेता
मदन
लाल
खुराना
भी
बैठे
थे।
राजनाथ
सिंह
मिर्जापुर
से
जुडे
थे
तो
उन्होंने
पत्रकारों
को
पहचान
लिया।
जब
पत्रकारों
ने
अटल
जी
से
बात
करने
की
इच्छा
जाहिर
किए
तो
उन्होंने
अनुमति
दे
दी।
परिचय
एवं
मुलाकात
के
दौरान
देश
की
तत्कालीन
राजनीति
के
सम्बंध
में
कई
सवालों
का
जवाब
दिए।
उन
दिनों
अयोध्या
आंदोलन
के
सिलसिले
में
पूछे
गए
प्रश्न
के
उत्तर
में
अटल
जी
मुस्कुराते
हुए
बोले
'कांग्रेसी
विचार
धारा
के
हो
क्या?