सोनेलाल पटेल की जयंती पर 2 बहनों में घमासान, पल्लवी के बढ़ते कद से घबरा गईं अनुप्रिया पटेल ?
लखनऊ, 2 जुलाई: उत्तर प्रदेश में अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की राजनीतिक विरासत कब्जाने की होड़ मची हुई है। दरअसल शनिवार को सोनेलाल पटेल की जयंती है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और उनकी बहन पल्लवी पटेल आमने सामने आ गईं थीं। मामला कार्यक्रम के लिए आईजीपी यानी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान बुक कराने को लेकर था। इस मामले ने इतना तूल पकड़ा की उनकी मां कृष्णा पटेल ने खुद सामने आकर अनुप्रिया पर निशाना साधा और कहा कि मैने ऐसी परवरिश तो नहीं की थी। अनुप्रिया ने गलत किया है। अब सवाल ये है कि क्या केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पल्लवी पटेल के बढ़ते कद से घबरा गईं हैं या पल्लवी जानबूझकर अनुप्रिया को टारगेट कर रहीं हैं। वहीं

सोनेलाल पटेल की विरासत कब्जाने की होड़
दरअसल अपना दल के संस्थापक सोनेल्ला पटेल की जयंती के अवसर पर दोनों गुट कार्यक्रम करने चाहते थे। बताया जा रहा है कि इस मौके पर अपना दल (केमरावादी ) ने लखनऊ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (IGP) को कार्यक्रम के लिए बुक कराया था लेकिन अंत में प्रशासन ने वहां कार्यक्रम करने से मना कर दिया। अपना दल के दूसरे धड़े अपना दल (यूनाइटेड) की कमान अनुप्रिया के हाथ में है। पल्लवी का आरोप है की 2 जुलाई की सुबह उनको बताया गया की आप आईजीपी में कार्यक्रम नहीं कर सकती हैं। इसके लिए बाकायदा एलडीए में इसका शुल्क भी जमा किया गया था। लेकिन कार्यक्रम नहीं करने दिया गया।
कार्यक्रम को लेकर अनुप्रिया और पल्लवी आमने सामने
दरअसल सोनेलाल पटेल के परिवार के जब से दरार पड़ी थी तब से अनुप्रिया पटेल और पल्लवी पटेल के बीच पिता सोनेलाल पटेल की विरासत को कब्जाने की होड़ मच गई है। हालाकि दिलचस्प ये है की अनुप्रिया पटेल जहां बीजेपी के साथ गठबंधन में मंत्री बनी हैं वहीं पल्लवी पटेल विधानसभा चुनाव में अखिलेश के सहयोग से चुनाव में उतरीं थी। अखिलेश के सहयोग से पल्लवी ने बीजेपी के कद्दावर नेता केशव प्रसाद मौर्य को चुनाव में हरा दिया था जिसके बाद वो सुर्खियों में आ गईं थीं।
पल्लवी की आईजीपी की बुकिंग रद्द की गई
पल्लवी का आरोप है कि आईजीपी की बुकिंग सबसे पहले उन्होंने ही कराई थी। लेकिन जानबूझकर अनुप्रिया के इशारे पर बुकिंग रद्द कर दी गई है। सभी कार्यकर्तावों को बुलाया गया है। अब कार्यक्रम हर हाल में वहीं होगा। ऐसा नहीं है कि हमने आईजीपी को ही बुक कार्य था। इससे पहले चारबाग के रविंद्रालय और विश्वारैय्या हाल को बुक कराने की कोशिश की गई थी। लेकिन दोनों जगहों पर कार्यक्रम कराने से मना कर दिया था। उसके बाद हमने आईजीपी बुक कराया था लेकिन यहां जानबूझकर अडंगा डाला गया।
पल्लवी केशव को हराकर सिराथू से बनीं थीं विधायक
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर पल्लवी पटेल ने किया था। उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हराया था। केशव के इस हार की गूंज अभी तक सुनाई दे रही है। केशव को हराने के बाद पल्लवी रातों रात सुर्खियों में आ गईं थीं। चुनाव में समाजवादी पार्टी के सहयोग से पल्लवी ने चुनाव लड़ा था। सपा के सहयोग से वो इस सीट पर अपना परचम लहराने में कामयाब हुईं थीं।
केवल विवाद पैदा कर मीडिया की सुर्खियां बटोर रहीं हैं पल्लवी
वहीं अनुप्रिया पटेल गुट ने पल्लवी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अपना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने कहा कि पल्लवी केवल विवाद पैदा कर मीडिया की सुर्खियां बटोरना चाहती हैं। उनके साथ न तो उनका समाज है और न ही कोई और खड़ा होने को तैयार है। बस कुछ लोगों को साथ लेकर विवाद पैदा करना चाहती हैं।