अनस-तन्वी पासपोर्ट मामला, तन्वी ने दिया गलत पता, रद्द हो सकता है पासपोर्ट
Recommended Video
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अनस-तन्वी पासपोर्ट मामले में नया मोड़ आया है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) की जांच में अनस और तन्वी के लखनऊ में रहने से संबंधित कोई पेपर्स नहीं मिला है। जबकि पासपोर्ट नियमों के अनुसार एक साल से अधिक एक ही पते पर निवास होना चाहिए। लेकिन एलआईयू जांच में तन्वी सेठ के एक साल से लखनऊ में रहने के कोई साक्ष्य नहीं मिले है।
जांच
टीम
को
नहीं
मिला
कोई
सबूत
तन्वी
ने
पासपोर्ट
के
लिए
अपनी
ससुराल
कैसरबाग
स्थित
घर
का
पता
दिया
था।
एलआईयू
की
टीम
ने
तन्वी
की
ससुराल
कैसरबाग
में
पूछताछ
की,
लेकिन
जांच
टीम
के
हाथ
कोई
सबूत
नहीं
लगा।
जिससे
माना
जा
रहा
है
कि
तन्वी
सेठ
का
पासपोर्ट
रद्द
हो
सकता
है।
क्या
था
पूरा
मामला
पासपोर्ट
मामले
में
तन्वी
ने
धर्म
के
नाम
पर
अपमान
किए
जाने
का
आरोप
लगाते
हुए
विदेश
मंत्री
और
पीएम
को
ट्वीट
किया
था।
इसके
बाद
मामले
ने
तूल
पकड़ा
और
सुर्खियों
में
आ
गया।
तन्वी
का
आरोप
है
कि
विकास
मिश्र
ने
पेपर्स
देखने
के
बाद
दूसरे
धर्म
में
यानि
मुस्लिम
से
शादी
करने
के
बारे
में
सवाल-जवाब
करने
लगे।
इतना
ही
नहीं
उन्होंने
दोनों
को
एक
की
उपनाम
रखने
की
एडवाइस
भी
दे
डाली
थी।
जबकि
अफसर
का
कहना
था
कि
तन्वी
अलग-अलग
नाम
पर
पासपोर्ट
चाहती
थी।
विकास
मिश्रा
ने
आरोपों
को
बताया
था
निराधार
विकास
मिश्रा
ने
मीडिया
के
सामने
तन्वी
सेठ
द्वारा
लगाए
गए
आरोपों
का
खंडन
किया
था।
उन्होंने
कहा
था
कि
तन्वी
सेठ
गलत
तरीके
से
अपने
पति
का
नाम
पासपोर्ट
में
शामिल
कराना
चाहती
थीं,
जिस
निकाहनामे
को
आधार
बनाकर
वह
यह
दावा
कर
रहीं
थीं,
उसमें
उनका
नाम
सादिया
अनस
लिखा
हुआ
था।
इसकी
जानकारी
उन्होंने
आवेदन
में
नहीं
दी
थी।
इसे
लेकर
उन्होंने
आपत्ति
जाहिर
की
थी।