अब तुर्क बिरादरी करेगी अंतिम फैसला, एक साथ रहेंगे या नहीं मोहम्मदी शमी और हसीन जहां ?
अमरोहा। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच सुलह कराने के लिए अब एक बिरादरी सामने आई है। मोहम्मद शमी इसी तुर्क बिरादरी से संबंध रखते हैं। अमरोहा पहुंचकर पुलिस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के चक्कर लगा रही हसीन जहां की जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने अब पंचायत का साथ लेकर घर बचाने की कवायद शुरू कर दी है।
अमरोहा के सहसपुर गांव के रहने वाले मोहम्मद शमी तुर्क बिरादरी से संबंध रखते हैं। तुर्क बिरादरी में परिवारिक मामलों को ज्यादातर बिरादरी के बुजुर्ग आपसी राय-मशविरा से निपटाने में भरोसा रखते हैं। लिहाजा हसीन भी अब बिरादरी के माध्यम से शमी को अपनी गलती स्वीकार करने और एक साथ करने की कवायद में जुट गई हैं। तुर्क बिरादरी ने भी शमी-हसीन विवाद सुलझाने के लिए हामी भर दी है। इसके बाद संभावना जताई जा रही है कि बिरादरी के कहने पर शमी-हसीन की बातचीत शुरू हो सकेगी।
अमरोहा के जोया नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन यामीन से हसीन जहां और शमी के विवाद को बिरादरी की इस पंचायत के लिए शमी ने भी ग्रीन सिग्नल दिया था। इसके बाद यह पंचायत शमी के घर पर आयोजित हुई। तुर्क बिरादरी की पंचायतों का बिरादरी में सम्मान किया जाता है और ज्यादातर मामलों में पंचायत ही सुलह समझौते कराती है। ऐसे में हर कोई उम्मीद जता रहा है कि शायद जल्द ही शमी और हसीन के बीच की दूरियां खत्म होंगी। अब देखना यह है कि पंचायत में किया फरमान क्या आता है और हसीन जहां शमी के बीच की दूरिया कैसे दूर होती हैं, अब यह पंचायत पर निर्भर करता है।
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